जयपुर । कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच स्थायी तौर पर तलवारें खींच गई। विधयक दल की बैठक के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर अपने समर्थक विधायकों की सूची सौंपी। राज्यपाल से मिलकर रजभवन से बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत में सचिन पायलट पर जम कर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा की तरफ से कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र पिछले छह महीने से चल रहा था। कांग्रेस सरकार ने इस षड्यंत्र का पर्दाफाश किया है और इसमें वे कामयाब नहीं होंगे। पायलट भजपा के हाथ में खेल रहे हैं और ब्लैक मेलिंग करने की कोशिश कर रहे हैं।
राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में गहलोत ने कहा कि हमे दुख है कि हमारे कुछ साथी और मंत्री भाजपा के बहकावे में आकर बगावत का कदम उठा रहे है । उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि इनकी हरकतें ऐसी थी कि आ बैल मुझे मार।
उन्होंने कहा कि कुछ बागी विधायक फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहे है, लेकिन उन्हे समझ होनी चाहिए कि कोई कांग्रेस पार्टी का विधायक रहते हुए सिर्फ विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग कर सकता है। वह फ्लोर टेस्ट की बात नही कर सकता। लेकिन पायलट ग्रुप फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहे हैं , इससे स्पष्ट है कि वे भाजपा के साथ मिलकर कांग्रेस की सरकार गिरना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय स्पष्ट है कि जो पार्टी से अलग होने का मंतव्य व्यक्त करता है उसकी सदस्यता समाप्त हो जाती है।
उन्होंने बताया कि राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नए पीसीसी चीफ के रूप में गोविंद सिंह डोटासरा के नाम पर ऐलान कर दिया गया है। साथ ही सभी विधायकों ने हाथ ऊठाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में विश्वास जताया है। डोटासरा अब राजस्थान के नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होंगे।
गहलोत में कहा कि पिछले छह माह से ये सरकार में व्यवधान पैदा कर रहे थे। उन्होंने पार्टी नेतृत्व से कभी भी इनके खिलाफ शिकायत नहीं कि। अब शीर्ष नेतृत्व ने यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कुछ विधायक भजपा के बहकावे में आकर दिल्ली चले गए हैं। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार ऐसी सरकार है केंद्र में जो नल लोकतंत्र में विश्वास रखता है और ना ही देश के संविधान में सारे नियमों को ताक पर रखकर लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की जो टीम मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार को गिराने में लगी हुई थी उन्हीं लोगों को आग राजस्थान में भाजपा की ओर से सक्रिय कर दिया गया है लेकिन यहां वह कामयाब नहीं होंगे।
इससे पहले विधायक दल की बैठक में पायलट गुट के विधायकों का इंतजार किया गया, लेकिन पायलट समेत अन्य विधायकों के नहीं आने पर विधायक दल की बैठक में इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया गया।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हेम सिंह शेखावत को कांग्रेस सेवादल राजस्थान का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। साथ ही विधायक गणेश घोघरा को राजस्थान यूथ कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया गया है।