वेतन को भटक रहे हैं मीनाक्षी स्कूल सेक्टर 10 के कर्मी, स्कूल के बाहर किया प्रदर्शन

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-मीनाक्षी स्कूल सेक्टर-10 को जीडी गोयनका स्कूल ने टेकओवर किया

गुरुग्राम। यहां सेक्टर-10 स्थित मीनाक्षी पब्लिक स्कूल में पिछले 10 साल से नौकरी कर रहे कर्मचारी अपने वेतन के लिए भटक रहे हैं। उनका आरोप है कि मीनाक्षी स्कूल के मालिक ने लॉकडाउन में स्कूल बेच दिया है या कोई एग्रीमेंट कर लिया है। इसके कारण स्कूल का नाम जी.डी. गोयनका पब्लिक स्कूल हो गया है। अब उनका वेतन देने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। इसलिए मंगलवार को इन कर्मचारियों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया।

वेतन को भटक रहे हैं मीनाक्षी स्कूल सेक्टर 10 के कर्मी, स्कूल के बाहर किया प्रदर्शन 2


यहां प्रदर्शन कर रहे चंद्रमोहन, रामवीर, राम सहाय, बच्चू ङ्क्षसह, प्रेमचंद, बंसी आदि ने कहा कि वे सभी मीनाक्षी स्कूल में ड्राइवर के पद पर कार्यरत थे। 10 साल से अधिक उन्हें नौकरी करते हुए हो गए। अब मार्च 2020 में लॉकडाउन हो गया। इस दौरान मीनाक्षी स्कूल के मालिक अनिल हांडा, मनीष हांडा ने सेक्टर-10ए में अपने इस स्कूल को जीडी गोयनका ग्रुप को बेच दिया।

स्कूल का नाम अब बदलकर जीडी गोयनका हो गया है। इसके बाद सभी कर्मचारियों को कोई हिसाब-किताब नहीं दिया गया। ना ही उनका वेतन दिया गया है। इसकी शिकायत वो सी.एम. विंडो पर चुके है लेकिन वहाँ से भी जवाब नहीं आया तो इसी को लेकर उन्होंने आज स्कूल के बाहर अपना विरोध जताया है।

उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि अगर उन्हें नौकरी नहीं दे सकते तो कम से कम बकाया वेतन व ग्रेच्युटी का भुगतान करे, ताकि वे अपना गुजारा कर सकें।

इस मामले पर न तो मीनाक्षी पब्लिक स्कूल के पुराने मालिक बोलने को तैयार हैं और न ही ऊक्त स्कूल को खरीदने वाली नई मैनेजमेंट के प्रतिनिधि। सभी कर्मचारी अब अपनी जीविका के लिए दर दर भटक रहे हैं। उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

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