प्रदेश में बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए सरकार ने उठाए कड़े कदम : प्रदेश से लगती सीमाओं को किया सील

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-जिला भरतपुर के सभी इलाके में दिखा पुलिस की सख्ती का असर

-उत्तर प्रदेश व हरियाणा से आने वालों को बैरंग लौटना पड़ा

-अगले सात दिनों तक बॉर्डर पर रहेगा प्रतिबन्ध

रेखचंद्र भारद्वाज

प्रदेश में बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए सरकार ने उठाए कड़े कदम : प्रदेश से लगती सीमाओं को किया सील 2जुरहरा, (भरतपुर ) : गत दिनों प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को मद्देनजर रखते हुए बुधवार को राज्य सरकार द्वारा प्रदेश से लगती अन्य राज्यों की सीमाओं को सील करने के दिशा निर्देश जारी किए गए। इसके चलते कस्बे से लगती हरियाणा-राजस्थान सीमा को सील कर दिया गया.  हरियाणा से प्रदेश में वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया. इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और बॉर्डर सील होने के चलते उन्हें बॉर्डर से ही वापस होना पड़ा।

बुधवार की सुबह राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण व मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते राज्य से लगती अन्य प्रदेशों की सीमाओं को बंद करने के निर्देश जारी किए गए जिसके चलते जुरहरा कस्बे से लगती हरियाणा सीमा पर वाहनों की काफी लंबी कतारें लग गई.  प्रदेश के बॉर्डर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों के द्वारा वाहन चालकों को प्रदेश में प्रवेश करने से रोका गया और वापस भेज दिया गया. इससे हरियाणा की तरफ से राजस्थान सीमा में प्रवेश करने वाले वाहन चालकों को वापस लौटना पड़ा।प्रदेश में बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए सरकार ने उठाए कड़े कदम : प्रदेश से लगती सीमाओं को किया सील 3

उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार ने राज्य के उन सभी जिलों की सीमाओं को सील करने का आदेश जारी किया है जो दूसरे राज्यों से लगते हुए हैं। यह निर्णय प्रदेश में कोविड-19 वायरस के संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए लिया गया है। यह आदेश राजस्थान पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था की ओर से आज जारी किया गया है। इस आदेश से अब दूसरे राज्यों के किसी भी व्यक्ति को राजस्थान आने के लिए या फिर राजस्थान से दूसरे राज्यों को जाने के लिए अनुमति लेनी होगी।

राजस्थान पुलिस के पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एम एल लाठर की ओर से सभी जिले के पुलिस अधीक्षकों को जारी पत्र में साफ तौर पर निर्देश दिया गया है कि वह जिले की सीमाओं बस अड्डे रेलवे स्टेशन और अन्य सार्वजनिक चलो पर तत्काल ना कर स्थापित कर आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखें। उक्त आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि किसी भी दूसरे राज्य से राजस्थान में किसी भी व्यक्ति को तब तक प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा जब तक कि उनके पास केंद्र सरकार या फिर राजस्थान सरकार या संबंधित राज्य सरकार के द्वारा एनओसी जारी नहीं किया गया हो।

अब राजस्थान में दूसरे राज्यों की निवासियों को अगले 17 जून तक प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। आदेश में कहा गया है कि प्रदेश सरकार ने यह व्यवस्था राजस्थान में कोविड-19 वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए की है। सभी जिले के बॉर्डर पर चेक पोस्ट तत्काल स्थापित करने को कहा गया है और आने जाने वालों की चेकिंग सघन करने की व्यवस्था का आदेश दिया गया है।

जिले से बाहर जाने या फिर जिले में आने की अनुमति जारी करने का अधिकार सभी जिले के जिला कलेक्टर एसडीएम और पुलिस अधीक्षकों को दिया गया है।

इससे अब उत्तर प्रदेश और हरियाणा और अन्य राज्यों के लोगों को राजस्थान में प्रवेश करने के लिए या फिर राजस्थान से इन राज्यों में आने के लिए अनुमति लेने की आवश्यकता होगी। जबकि बड़े पैमाने पर दिल्ली से भी नियमित तौर पर हरियाणा होते हुए नेशनल हाईवे के माध्यम से लोग राजस्थान जाते रहते हैं। लेकिन अब इस आवागमन पर अगले 7 दिनों तक प्रतिबंध लगा रहेगा।

यह व्यवस्था अब तक उत्तर प्रदेश हरियाणा और दिल्ली के साथ-साथ पंजाब जैसे राज्यों ने भी पिछले लॉक डाउन के दौरान की थी लेकिन अब राजस्थान में संक्रमण की गति तेज होने के कारण राजस्थान सरकार ने अपने राज्य की सीमाओं को सील करने का यह पहला कदम उठाया है।

इसका स्पष्ट असर आज भरतपुर जिला के सभी इलाके में देखा गया. हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आने वाले लोगों को अनुमति के बिना बैरंग वापस लौटना पड़ा. राजस्थान पुलिस ने किसी को भी जिला की सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी.

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