चंडीगढ़। हरियाणा में दो नये जिले बनाने की तैयारी शुरु हो गई है। प्रदेश में हांसी और गोहाना को भी जिले का दर्जा देने के लिए तैयारियां शुरु हो गई है। इधर महेंद्रगढ़ जिले का नाम बदलकर नारनौल किया जा सकता है। क्योंकि महेंद्रगढ़ की बजाय सभी सरकारी काम नारनौल में हो रहे हैं।
जिलों के बनाने के लिए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने अपना काम शुरु कर दिया है। शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर और सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल इस कमेटी में सदस्य हैं। बुधवार को इस कमेटी की पहली बैठक हुई जिसमें आठ एजेंडों पर गहनता से मंथन किया गया।
आपको बता दें कि गोहाना और हांसी को जिला बनाए जाने की मांग पिछले लंबे समय से चल रही है। इन दोनों जगहों पर प्रशासनिक कामों को लेकर जायजा भी लिया जा चुका है, वहीं साथ लगते जिलों के उपायुक्तों से रिपार्ट भी ली जा चुकी है। पुलिस विभाग की तरफ से हांसी को जिला स्तर की सुविधाएं हैं। वहां पर एसपी और अन्य कर्मचारी नियुक्त किये गए हैं।
महेंद्रगढ़ जिले के सारे प्रशासनिक दफ्तर और कार्य नारनौल में होते हैं। यहां पर डीसी एसपी भी बैठते हैं। ऐसे में महेंद्रगढ़ जिले के नाम को नारनौल जिला किया जा सकता है।
दौहड़ा अहीरान को उपतहसील बनाने की मांग उठती रही है। इसका प्रस्ताव भी कमेटी के एजेंडे में है। बवानीखेड़ा अभी तहसील है। इसे उपमंडल का दर्जा मिल सकता है। इसके अलावा मलिकपुरा, डींगरा, नौरंग और बनवाल गांव को कालांवाली से डबवाली उपमंडल में लाया जा सकता है। नूंह जिले के उपमंडल तावड़ू से 30 ग्राम पंचायतों को गुड़गांव जिले के सोहना उपमंडल में शामिल किए जाने का प्रस्ताव भी आया है।