केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चिट्ठी का कंटेंट बदलने का सनसनी खेज मामला : साइबर सेल में ऍफ़ आई आर दर्ज

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गुरुग्राम । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से उनके स्वास्थ्य को लेकर जारी की गई चिट्ठी के साथ अनर्गल तरीके से छेड़छाड़ करने और उसमें कंटेंट को बदल कर सोशल मीडिया पर डालने का एक सनसनी खेज मामला सामने आया है। गुरुग्राम जिला अदालत के वकील महेश कुमार यादव ने इस गंभीर मामले की शिकायत गुरुग्राम पुलिस आयुक्त से की। पुलिस आयुक्त के आदेश पर साइबर सेल गुरुग्राम पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गृह मंत्री के पत्र के तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर दूसरा फर्जी पत्र तैयार कर ट्विटर पर डालने का यह आपराधिक काम “राहुल गांधी 2.0” के नाम से चलाए जा रहे टि्वटर अकाउंट के माध्यम से किया गया है।

शिकायतकर्ता वकील महेश कुमार यादव ने बताया कि उन्होंने गत 12 मई 2020 को पुलिस आयुक्त गुरुग्राम को लिखित शिकायत में उपरोक्त मामले की विस्तृत जानकारी दी और मामला दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। अपनी लिखित शिकायत में उन्होंने बताया है कि पिछले दिनों देश के गृह मंत्री अमित शाह के स्वास्थ्य को लेकर अफवाह फैलाई गई थी। इस संबंध में गृह मंत्री ने अपने पत्र के माध्यम से सोशल मीडिया पर अपने स्वस्थ होने की जानकारी देते हुए उन्हें शुभकामना देने वालों का धन्यवाद भी किया था। गृह मंत्री ने अपने पत्र में स्वयं को पूरी तरह स्वस्थ बताते हुए देश में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम की दृष्टि से जारी देशव्यापी लॉक डाउन से उत्पन्न हालात को लेकर मंत्रालय में व्यस्त रहने की बात की थी। बकौल श्री यादव गृह मंत्री ने अपने शुभचिंतकों से उनके स्वास्थ्य की चिंता नहीं करने की सलाह दी थी। उल्लेखनीय है कि उक्त पत्र लगातार कई दिनों तक सोशल मीडिया में ट्विटर हैंडल पर भी सभी केंद्रीय मंत्रियों एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा ट्वीट और रिट्वीट किया जाता रहा था।

लिखित शिकायत में यह भी बताया गया है कि गृह मंत्री के पत्र के आम जनमानस के लिए प्रकाशित होने के बाद “राहुल गांधी 2.0” नामक टि्वटर अकाउंट के माध्यम से एक और पत्र ट्वीट किया गया जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री के ओरिजिनल लेटर के कंटेंट को पूरी तरह रद्दो बदलकर यह दिखाने की कोशिश की गई की उन्होंने अपने स्वास्थ्य को लेकर कुछ और ही बातें कही हैं ।

इसमें यह बताया गया कि उक्त ट्विटर हैंडल “राहुल गांधी 2.0” के माध्यम से जारी पत्र में न केवल गृह मंत्री के ओरिजिनल लेटर के भाव को पूरी तरह बदल दिया गया बल्कि उनका मजाक भी उड़ाया गया. इस फर्जी पत्र को देश के गृहमंत्री का ओरिजिनल पत्र बताकर लोगों को कंफ्यूज करने और गलत जानकारी देने की कोशिश की गई।

शिकायत में बताया गया है कि उक्त ट्विटर हैंडल चलाने वाले ने गैर कानूनी कदम उठाते हुए गृह मंत्री श्री श्हाह द्वारा जारी पत्र को गलत तरीके से संपादित किया और वास्तविक तथ्यों को तोड़ने मरोड़ने की कोशिश की गई। उक्त ट्विटर हैंडल को चलाने वाले व्यक्ति ने केंद्रीय गृह मंत्री के स्वास्थ्य के बारे में लोगों में भ्रम फैलाने की कोशिश की जबकि आपराधिक तरीके से गलत सूचना परोसने का प्रयास किया गया। शिकायत में श्री यादव ने बताया है कि गृह मंत्री ने अपने ओरिजिनल लेटर में जो भाव व्यक्त किए थे उससे उलट “राहुल गांधी 2.0” के नाम से चलाए जा रहे ट्विटर हैंडल पर फर्जी पत्र जारी कर गलत संदेश दिया गया.

शिकायतकर्ता ने कहा कि उक्त ट्विटर हैंडल चलाने वाले व्यक्ति ने पूरी तरह गैरकानूनी काम किया है. इसलिए उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में गृहमंत्री के ओरिजिनल लेटर और उक्त टि्वटर हैंडल पर जारी फर्जी लेटर की प्रति भी संलग्न की है।

शिकायतकर्ता श्री यादव के अनुसार उनकी लिखित शिकायत को पुलिस आयुक्त ने साइबर सेल गुरुग्राम को रेफर करते हुए इस मामले की जांच करने का आदेश दिया। साइबर सेल ने मामले में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी अमेंडमेंट एक्ट 2008 की धारा 66डी के तहत एफ आई आर नंबर 0070 दिनांक 13 मई 2020 दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है कि इस मामले में साइबर सेल गुरुग्राम के जांच अधिकारी ने कई लोगों से पूछताछ की है।

साइबर सेल गुरुग्राम पुलिस अब तक उक्त ट्विटर हेंडल चलाने वाले उक्त व्यक्ति तक पहुँच पाई है या नहीं इसका खुलासा अभी पोइस ने नहीं किया है. thepublicworld.com ने इस सम्बन्ध में साइबर सेल के एस एच ओ से जब बात की तो उन्होंने कोई जानकारी देने से इनकार किया . सूत्रों का कहना है कि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

 

 

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