गुरुग्राम । केंद्र सरकार ने हरियाणा के प्रमुख औद्योगिक शहर गुरुग्राम को अब कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम में मिली कामयाबी के कारण ऑरेंज जोन में रखने का फैसला किया है। यह निर्णय गुरुवार को देश के कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सचिव की बैठक में की गई समीक्षा के दौरान लिया गया। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सचिव प्रीती सुदन ने एक पत्र के माध्यम से हरियाणा सरकार को दी है।
स्वास्थ्य सचिव प्रीती सुदन ने बताया है कि गुरुवार को कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों में को रोना संक्रमण की स्थिति में आए सुधार की समीक्षा की गई। इस समीक्षा में ऐसे जिले एवं राज्य पर अधिक फोकस होता है जहां संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है या फिर संक्रमित रोगियों की संख्या तेज गति से दोगुनी हो रही है । यह समिति संबंधित राज्य एवं जिले में संक्रमित रोगियों के रिकवर करने की गति को भी ध्यान में रखते हुए उन्हें रेड जोन ऑरेंज जोन एवं ग्रीन जोन में रखती है। साथ ही ऐसे राज्य व जिले की पहचान करने की कोशिश की जाती है जहां संक्रमित रोगियों की संख्या कम समय में ही दोगुनी हो रही है। ऐसे क्षेत्र में कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली इस समिति का फोकस रोकथाम की व्यवस्था में सुधार करने सोशल डिस्टेंसिंग मैनेजमेंट को सख्त करने और स्वास्थ्य सुरक्षा के अन्य उपायों पर और अधिक ध्यान देना रहता है।
समिति ने समीक्षा के दौरान विभिन्न पहलुओं पर विचार करते हुए हरियाणा के 3 जिले जिसमें गुरुग्राम ,नूंह और पानीपत शामिल है को ऑरेंज जॉन में रखने का निर्णय लिया। दूसरी तरफ सोनीपत और फरीदाबाद को रेड जोन में ही रखा गया है। बताया जाता है कि ऑरेंज जॉन में रखे गए तीनों जिले में रिकवरी दर अन्य जिले की अपेक्षा बेहतर है । नूंह जिला में पिछले 10 दिनों से भी अधिक समय से कोई भी नया पॉजिटिव के सामने नहीं आया है जबकि रिकवरी रेट भी संतोषजनक है। गुरुग्राम में भी इस माह के उत्तरार्ध एवं मध्य में कई दिनों तक कोई भी नया पॉजिटिव के सामने नहीं आया था लेकिन हाल के 5 से 6 दिनों के अंदर कई नए मामले आए लेकिन यहां संक्रमित रोगियों के ठीक होने का प्रतिशत अपेक्षाकृत अधिक है। इसलिए केंद्रीय समिति ने गुरुग्राम को भी ऑरेंज जॉन में स्थानांतरित कर दिया।
जाहिर है ऑरेंज जोन में स्थानांतरित होने के बाद गुरुग्राम के लोगों को अब केंद्र सरकार की ओर से जारी लॉक डाउन दो की गाइडलाइन के अनुसार काफी छूट मिलेगी। यहां संभव है और अधिक औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को काम शुरू करने की अनुमति की जा सकेगी। साथ ही कुछ स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी उपायों के अनुपालन के साथ सामान्य गतिविधियां भी शुरू की जा सकेंगी। संभव है दुकानों के खोले जाने की संख्या एवं उसके प्रकार भी बढ़ाए जा सकते है।
गुरुग्राम के नोडल अधिकारी एवं एडीशनल चीफ सेक्रेट्री बीएस कुंडू ने इस डेवलपमेंट पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पुलिस स्वास्थ्य विभाग एमसीजी अन्य सरकारी विभाग एवं आम जनता के सहयोग के कारण भी गुरुग्राम ऑरेंज जॉन में पहुंचा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर इसी तरह सामूहिक प्रयास जारी रहा तो वह दिन दूर नहीं जब गुरुग्राम ग्रीन जोन घोषित कर दिया जाएगा और यहां के निवासियों श्रमिकों उद्यमियों एवं व्यवसायियों को सामान्य जीवन जीने का अवसर पुनः मिल सकेगा।
जिला उपायुक्त अमित खत्री ने भी केंद्र सरकार की ओर से दी गई सूचना पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जन सहयोग के बल पर ही गुरुग्राम की स्थिति में सुधार लाना संभव हुआ है। आम जनता ने लॉक डाउन गाइडलाइन का संवेदनशीलता के साथ पालन किया इसका परिणाम अब दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास आगे भी जारी रहना चाहिए और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए निर्धारित नियमों का हम सबको पालन करना चाहिए तभी हम शीघ्र ही ग्रीन जोन में पहुंचेंगे। कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही इस देशव्यापी लड़ाई में साथ देने के लिए गुरुग्राम वासियों का उपायुक्त ने धन्यवाद किया।