नयी दिल्ली, 29 अप्रैल । एक उच्चाधिकार समूह ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगर लॉकडाउन तीन मई के बाद भी जारी रहा तो दिल्ली में आयात पर आधारित कई वस्तुओं जैसे कॉफी, डायपर, तेल आदि की आपूर्ति घटने की आशंका है।
सरकार द्वारा गठित उच्चाधिकार समूह ने कहा है कि ऐसी स्थिति में शहर के बाजारों में खास ब्रांड के शैंपू, मॉइश्चराइजर, बिस्कुट, सैनेटाइजर और सिगरेट की आपूर्ति कम हो सकती है ।
नामी कंपनियों के कुछ उत्पाद उपलब्ध नहीं होंगे, इससे छोटे और घरेलू ब्रांडों की बिक्री में इजाफा होगा ।
लॉकडाउन के मद्देनजर दिल्ली में खाद्य और दवा सहित जरूरी चीजों की उपलब्धता को लेकर आपूर्ति श्रृंखला को सुगम बनाने के वास्ते इस महीने के शुरू में मुख्य सचिव विजय देव ने एक उच्चाधिकार प्राप्त समूह का गठन किया था।
खाद्य और नागरिक आपूर्ति आयुक्त अंकिता मिश्रा बुंदेला की अध्यक्षता वाले उच्चाधिकार प्राप्त समूह ने कहा है कि सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध होने की सूचना है। उन्होंने कहा कि जरूरी दवाओं की किल्लत की कोई सूचना नहीं है लेकिन फैक्टरियों को अपनी क्षमता के 50 प्रतिशत से कम पर संचालन करने को कहा गया है ।
उच्चाधिकार समूह ने कहा है, ‘‘अगर लंबे समय तक स्रोत स्तर पर उत्पादन प्रभावित हुआ तो वितरक सभी दवाओं की आपूर्ति करने में सक्षम नहीं होंगे ।’’
मुख्य सचिव को सौंपी गयी अपनी पहली रिपोर्ट में समूह ने कहा है कि सामानों की ढुलाई के लिए मजदूरों की भी कमी है ।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘कुछ स्टोर पर नामी कंपनियों के उत्पाद नहीं हैं, लेकिन वैकल्पिक ब्रांड या घरेलू ब्रांड के सामान उपलब्ध हैं। ’’
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च से लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया गया था।