श्रमिक नेता ने कहा : उद्योग मालिक निभाएं परिवार के मुखिया की भूमिका
उद्योग बंद होने का कारण वैश्विक महामारी का संक्रमण है न कि मजदूर
गुरुग्राम। गुरुग्राम जिले के दर्जनभर औघोगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को उपायुक्त गुरुग्राम से मिलकर आने वाले दिनों में श्रमिकों को वेतन देने में असमर्थता जताई है। मारुति सुजुकी मजदूर संघ के अध्यक्ष कुलदीप जांघू व तमाम औद्योगिक यूनियन के प्रतिनिधियों ने इन उद्यमी एसोसिएशन की गलत मानसिकता का विरोध किया है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री, हरियाणा के नाम जिला उपायुक्त व पुलिस कमिश्नर को उनकी मेल आईडी पर ई-ज्ञापन के जरिये ज्ञापन का मेल भेजा है। ज्ञापन में श्रमिकों का वेतन उद्योग प्रबंधनों द्वारा रोके जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
श्रमिक नेता कुलदीप जांघू ने कहा कि दशकों से उद्योगपति श्रमिकों की खून-पसीने की मेहनत से अपने व्यापार का कई गुणा विस्तार करते रहे है। श्रमिकों की कड़ी मेहनत से हुए मुनाफे से एक मालिक ने दर्जनों प्लांट लगाये हैं। आज पूरे विश्व में कोरोना की भयंकर बीमारी का प्रकोप है, जिसके चलते बीमारी से बचाव के लिए सरकारों ने लॉक डाउन किया हुआ है। इसी कारण उद्योग बन्द हैं। यह वैश्विक महामारी के कारण बंदी है न कि मजदूरों के कारण।
श्री झांघु ने कहा कि ऐसे में औद्योगिक प्रबंधनों को परिवार के मुखिया की तरह कर्तव्य का पालन करना चाहिए, जैसे परिवार में कोई विपरीत परिस्थितियों में घर का मुखिया पूरे परिवार का पालन-पोषण में कोई कसर नहीं छोड़ता। खुद कम खाना खाकर भी परिवार पूरा भोजन व खुशी देकर परिवार को एकसूत्र में पिरोये रखने का काम करता है। ऐसे ही उद्योग मालिक व कर्मचारियों का आपसी पारिवारिक रिश्ता भी होता है। मालिक पूरे उद्योग रूपी परिवार का मुखिया होता है, ऐसे में चाहे कोई भी आपदा आये तो अपने परिवार के सदस्यों रूपी कर्मचारियों को कष्ट नहीं देने चाहिए।
श्रमिक नेता ने कहा कि श्रमिकों का हर स्तर पर ख्याल रखना उद्योग मालिक का दायित्व है। कुलदीप जांघू ने सरकार से गुजारिश की है कि इन उधोगपतियों को निर्देशित करने का कार्य करें जिससे किसी भी श्रमिक का वेतन ना रोका जाए ताकि श्रमिकों को अपने परिवार के पालन-पोषण में कोई परेशानी ना हो। यदि किसी श्रमिक का वेतन रोका गया तो इनका हम विरोध कर आंदोलन करेंगे।