चंडीगढ़, 12 अप्रैल- हरियाणा के बिजली तथा जेल मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में रात के समय बिजली आपूर्ति को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कहीं पर किसी भी प्रकार का ब्रेकडाउन न हो। साथ ही, उपमंडल अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि 15 मिनट से ज्यादा के ब्रेकडाउन की जानकारी उच्चाधिकारियों को हर हाल में दी जाए जिसके लिए इन अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की गई है।
बिजली मंत्री ने कहा कि प्रदेशभर में लोगों से मिले सुझावों के आधार पर दिन के समय में ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली में कटौती की गई है क्योंकि इस समय फसल पककर तैयार खड़ी है और कटाई चल रही है। इसलिए एहतियात के तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में दिन के समय बिजली आपूर्ति नहीं दी जा रही ताकि किसी भी तरह की आगजनी की घटना के चलते किसानों की फसल को नुकसान न हो। लेकिन इसके बावजूद हर जिले के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर को निर्देश दिए गए हैं कि अगर ग्रामीणों और ग्राम पंचायत में आम सहमति बनती है तो उन्हें दिन के समय भी बिजली की आपूर्ति की जाए ताकि आमजन को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
रणजीत सिंह ने कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में काम करने वाले बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि विपदा की इस घड़ी में अपनी जान जोखिम में डालकर अति आवश्यक सेवाओं में शामिल बिजली आपूर्ति सेवा को सुचारू रूप से चलाने वाले कर्मियों और अधिकारियों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस विश्वव्यापी विपदा की घड़ी में विभाग के हर छोटे-बड़े कर्मचारी और अधिकारी ने शत-प्रतिशत योगदान दिया है और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने भी इसकी प्रशंसा की है।
रणजीत सिंह, जिनके पास जेल विभाग भी है, ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश अनुसार बंदियों और कैदियों को पैरोल व जमानत देने के कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए जेल विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों का आभार जताते हुए कहा कि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने समयबद्ध अवधि में यह काम पूरा किया है जो काबिले तारीफ है और उनकी निष्ठा को दिखाता है।