गुरुग्राम 29 मार्च। गुरुग्राम जिला में मिड डे मील योजना के तहत बच्चों तक सूखा राशन सुचारू रूप से पहुंचाया जा रहा है ताकि बच्चों को लॉक डाउन के दौरान किसी प्रकार की परेशानी ना हो और उन्हें अपने घर खाली पेट ना सोना पड़े।
इस बारे में जानकारी देते हुए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी प्रेमलता यादव ने बताया कि जिला के सभी 572 स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तथा 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को मिड डे मील योजना के तहत सूखा राशन पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्य को सुचारू रुप से संपन्न कराने के लिए विद्यालयों में स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। स्टाफ के सदस्यों द्वारा बच्चों के घर जाकर उन्हें सूखा राशन जैसे दाल व गेहूं पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों तक यह राशन पहुंचाने से पहले सूखे राशन का डिकॉन्टेमिनेशन किया जाता है ताकि कोरोना संक्रमण ना फैले। स्टाफ के सदस्यों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर आवश्यक हिदायतें दी जा चुकी हैं। स्टाफ के सदस्यो द्वारा फेस मास्क तथा सैनिटाइजर आदि का भी इस्तेमाल इस दौरान किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सूखा राशन बांटते हुए इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि कोरोना संक्रमण ना फैले। विद्यालय में स्टाफ के सदस्यो द्वारा एक दूसरे से उचित दूरी का खासतौर पर ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों तक सूखा राशन पहुंचाने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है।
उन्होंने बताया कि यह सूखा राशन ब्लॉक वाइज बांटा जा रहा है। बच्चों को एक साथ 10 दिन का सूखा राशन उनके घरों पर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में 27 मार्च को ब्लॉक फरुखनगर, 28 मार्च को पटौदी ब्लॉक में यह राशन बांटा गया जबकि आज यह राशन सोहना ब्लॉक में बांटा गया तथा 30 मार्च को यह गुरुग्राम ब्लाक में बांटा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि बच्चों को लॉक डाउन के दौरान किसी प्रकार की असुविधा ना हो और कोई बच्चा खाली पेट ना सोए।