गुरुग्राम। गुरुग्राम सायबर पुलिस ने एक फर्जी कॉल सैंटर चलाने का पर्दाफाश किया है। यह काल सेंटर तकनीकी सहायता देने का झांसा देकर विदेशी लोगों को ठगता था। विदेशी लोगों के साथ बड़े स्तर पर धोखाधड़ी करने वाले मुख्य आरोपी सहित दो लोगों को थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार यह काल सेंटर चलाने वाले विदेशी लोगों को टेक्स्ट, वॉइस मेसैज व कंप्यूटर पर पॉप-अप भेजकर Tech-Support के नाम पर धोखाधड़ी करते थे । गिरफ्तार आरोपियों ने लेखों की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है।
इस गोरख धंधे की जानकारी गुरुग्राम पुलिस को यूट्यूब के माध्यम से मिली थी ।
आरोपियों के कब्जा से पुलिस ने एक लेपटॉप भी बरामद किया है।
फर्जी काल सेंटर मामले की मुख्य बातें :
▪दिनाँक 03.03.2020 को सहायक पुलिस आयुक्त, DLF/Cyber, गुरुग्राम श्री कर्ण गोयल द्वारा थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि इन्हें यूट्यूब पर सर्फिंग के दौरान UK में रहने वाले Jim Browning नाम के व्यक्ति द्वारा स्पाइन ऑफ स्कैनर के नाम से डाली गई वीडियो से ज्ञात हुआ कि प्लॉट नंबर-272, उद्योग विहार फेस-4, गुरुग्राम में अमित चौहान द्वारा tech-support देने के लिए कंप्यूटर pop-up भेजकर विदेशी लोगों को फसाया जाता है, तकनीकी सहायता देने के नाम पर अमित चौहान व उसके साथी धोखाधड़ी से पैसे ठगते है तथा इनके द्वारा बड़े स्तर पर इस प्रकार की वारदातों को अन्जाम भी दिया जा चुका है।
▪इस शिकायत की जाँच उपरान्त दिनाँक 03.03.2020 को थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम में कानून की उचित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।
▪इस अभियोग में तत्परता से कार्यवाही करते हुए थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने पुलिस तकनीकी, अपने गुप्त सूत्रों की सहायता व अपनी समझबूझ से उपरोक्त अभियोग में धोखाधड़ी करने वाले मुख्य आरोपी को कल दिनाँक 03.03.2020 को गुरुग्राम से काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी की पहचान अमित चौहान पुत्र राजेन्द्र कुमार निवासी फ्लैट नंबर- 614B, मनगोलिया, सैक्टर-42, गुरुग्राम, उम्र-30 वर्ष, शिक्षा बी.टेक. (7 सेमस्टर) के रूप में हुई।
▪आरोपी को उपरोक्त अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया
▪आरोपी से प्रारंभिक पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इसने जनवरी-2019 से सितंबर-2019 तक उद्योग विहार में एक फर्जी कॉल सेंटर चलाकर विदेशी लोगों के पास टेक्स्ट, वॉइस मेसैज व पॉप-उप के माध्यम से विदेशी लोगों को टेक्निकल सहायता देने के लिए उनसे चार्ज करते थे व धोखधड़ी करते हुए ठगी करते थे।
▪आरोपी से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि ये अपने साथियों के साथ मिलकर कम्प्यूटर्स पर पॉप-उप भेजकर कंप्यूटर में तकनीकी खराबी करते थे, फिर उसी को सही करने के लिए लोगों से ठगी करते थे और PayPal एकाउंट गेटवे के माध्यम से पैसे प्राप्त करते थे।
▪पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जा से 01 लैपटॉप भी बरामद किया गया है।
▪उपरोक्त अभियोग में आगामी कार्यवाही करते हुए थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने उपरोक्त अभियोग में उपरोक्त आरोपी अमित चौहान के साथी आरोपी व फर्जी कॉल सेंटर का एकाउंट मैनेज करने वाले अकाउंटेंट को आज दिनाँक गुरुग्राम से काबू करने में सफलता हासिल की है। आरोपी की पहचान सुमित कुमार पुत्र अजमेर सिंह निवासी जीन्द, हरियाणा, उम्र-24 वर्ष, शिक्षा बी.कॉम के रूप में हुई।
▪आरोपियों को 04.03.2020 को अदालत के सम्मुख पेश कर पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया।