नयी दिल्ली, 12 फरवरी । दिल्ली की एक अदालत ने सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना की संलिप्तता वाले भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई की जांच पर नाशुखी जताई और जानना चाहा कि आरोपी जिनकी मामले में बड़ी भूमिका है, स्वतंत्र क्यों घूम रहे हैं जबकि सीबीआई ने अपने ही डीएसपी को गिरफ्तार किया है।
अस्थाना और डीएसपी देवेन्द्र कुमार को 2018 में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी। दोनों को मामले में आरोपी बनाने के पर्याप्त सुबूत नहीं होने के कारण इनके नाम आरोपपत्र के कॉलम 12 में लिखे गए थे।
सीबीआई ने हैदराबाद के कारोबारी सतीश सना की शिकायत के आधार पर अस्थाना के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मीट कारोबारी मोइन कुरैशी के खिलाफ 2017 के मामले में सना पर भी जांच चल रही है।
सीबीआई के विशेष न्यायाधीश संजीव अग्रवाल ने पूछा, ‘‘मामले में जिन आरोपियों की बड़ी भूमिका दिख रही है, वे आजाद क्यों घूम रहे हैं, जबकि सीबीआई ने अपने डीएसपी को गिरफ्तार किया है।’’
अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 19 फरवरी मुकर्रर की है।