एसवीएसयू ने फ्यूजन बनाकर सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में की मिसाल कायम
दोनों देशों के समर्थकों ने मिलकर गीत गाए और नृत्य किया
सूरजकुंड : पूरी दुनिया एक हो गई एवं संस्कृति ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विभिन्न देशों के लोग अपनी संस्कृति के माध्यम से तुरंत जुड़ जाते हैं। जब ग्लोकलाइज़ेशन और संस्कृति कनेक्ट होते हैं, तो स्थानीय समुदाय वैश्विक नीतियों को विकसित करने और बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सकल-सांस्कृतिक संचार एक वैश्विक समुदाय का निर्माण करता है जो दुनिया की भलाई के लिए काम करता है।
एसवीएसयू ने बंचारी और युगांडा के लोक गीतों और संगीत का फ्यूजन बनाकर सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में ग्लोबलाइजेशन की मिसाल कायम की। दोनों देशों के समर्थकों ने मिलकर गीत गाए और नृत्य किया। इससे अधिक उन्होंने एसवीएसयू के कलाकारों को सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए अपने देश का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया। इतना ही नहीं, बल्कि एसवीएसयू टीम ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों को भारतीय कौशल शिक्षा के बारे में सूचित करने, कौशल योग्यता परीक्षा में भाग लेने और संस्कृति का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया। मलावी, मोज़ाम्बिक, कज़ाकिस्तान के आगंतुकों ने एसवीएसयू में शिक्षा के विभिन्न अवसरों की खोज की।
विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने बताया कि यह विश्वविद्यालय के लिये हर्ष का विषय है कि हमारी लोक संस्कृति की पहचान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है। एसवीएसयू विभिन प्रकार के पाठ्यक्रमों के माध्यम से संस्कृति से लेकर टैक्नॉलॉजी को युवाओं को प्रदान कर रही है।