अपने घोड़े ब्लैक ब्यूटी के साथ भौतिक और मानवीय बाधाओं को पार करने में अव्वल रहा
सीमा सुरक्षा बल के सिपाही गोविंद राना ने अपने घोड़े बाजीगर के साथ रजत पदक जीता
मध्य प्रदेश पुलिस के हवलदार प्रदीप ने अपने घोड़े कैलीयोपत्रा के साथ कांस्य पदक हासिल किया
भौंडसी/गुरुग्राम : 38वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता एवं घुड़सवार पुलिस ड्यूटी मीट के तीसरे दिन दोपहर तक 3 स्पर्धाओं के परिणाम प्राप्त हुए। विभिन्न भौतिक और मानवीय बाधाओं को पार करने की परीक्षा (पुलिस हॉर्स टेस्ट) में भारत तिब्बत सीमा पुलिस के हवलदार सर्वेश सिंह ने अपने घोड़े ब्लैक ब्यूटी के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया। सीमा सुरक्षा बल के सिपाही गोविंद राना ने अपने घोड़े बाजीगर के साथ रजत, मध्य प्रदेश पुलिस के हवलदार प्रदीप ने अपने घोड़े कैलीयोपत्रा के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
इस स्पर्धा में सीमा सुरक्षा बल के घुड़सवार हवलदार धर्मपाल ने अपने कबीर के साथ चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। इसमें 20 घुड़सवारों ने भाग लिया।
क्वाड्रील मुकाबले में एक टीम से 4 घुड़सवार एक साथ प्रदर्शन करते हैं। इसमें 7 टीमों में 28 घुड़सवारों ने भाग लिया जिसमें एकमात्र महीला प्रतिभागी हरियाणा की सिपाही रितू दहिया भी रही। इस स्पर्धा में उत्तप्रदेश की टीम प्रथम, हरियाणा की द्वितीय, नैशनल पुलिस अकादमी हैदराबाद की तृतीय एवं बीसीएफ की टीम ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। उत्तर प्रदेश की टीम में एसआई शिवाजी दूबे रोनाल्डो पर, एसआई दिलशाल अहमद नगीना पर, हवलदार जोगिंद्र ङ्क्षसह ब्लैक ब्यूटी पर, हवलदार राजनरेश अनंत पर सवार हुए।
हरियाणा पुलिस की टीम में एएसआई संदीप ने रूस्तम, एएसआई सत्यनारायण ने कैलीबर, हवलदार संजीव ने अलबेला और सिपाही रीतू दहिया ने अपने हीरा घोड़े के साथ भाग लिया। हरियाणा की टीम को टीम कप्तान एसआई कृष्ण गोपाल एवं एसआई निर्मल सिंह ने प्रशिक्षित किया है जो ये दोनों अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर घुड़सवारी में देश का नाम रोशन कर चुके हैें। इस स्पर्धा में निणार्यक मंडल में पश्चिम बंगाल के पूर्व महानिदेशक एवं आयोाजन में तकनीकी प्रतिनिधि एस रामाकृष्नन, कर्नाटक पुलिस के पूर्व महानिदेशक आर $कृष्णामूर्ति, नेशनल पुलिस अकादमी के पूर्व अधिकारी डा. केसीएस रेड्डी ने भूमिका निभाई।
इस असवर पर बीएसएफ के महानिरीक्षक रुपेंद्र ङ्क्षसह भी उपस्थित थे। प्रीमीलनरी हॉर्स जम्पिंग शो, सामान्य में आज कड़े मुकाबले की बीच बिहार पुलिस के सिपाही रॉकी कुमार ने अपने घोड़े रुस्तम के साथ पहला स्थान, पश्चिम बंगाल पुलिस के सिपाही संजू डे ने अपनी घोड़ी स्नेहा के साथ दूसरा, नेशनल पुलिस अकादमी हैदराबाद के हवलदार राघवेंद्र ने अपने घोड़े नवाब के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया जबकि आसाम राहफल के सिपाही महेश कुमार अपने घोड़े तैमूर के साथ चौथे स्थान पर रहे।
इस स्पर्धा में 82 घुड़सवारों ने भाग लिया जिसमें 11 घुड़सवारों ने बराबर अंक अर्जित किये। निर्णय के लिए सभी 11 घुड़सवारों के बीच जम्प ऑफ राउंड कराया गया जिसमें 10 में से 6 बाधाओं की चुनौती दी गई। इस दौर में सभी बाधाएं पार करने और सबसे कम समय लेने वाले घुड़सवार को प्रथम घोषित किया गया। निणार्यक मंडल में कर्नल सेवानिवृत आरके दहिया, भारत तिब्बत सीमा पुलिस के डा.टेकचंद व कर्नाटक पुलिस के डा. पूर्णानंद शामिल रहे।