शहर में पार्क व कम्युनिटी सेंटर के रख-रखाव की जिम्मेदारी आरडब्ल्यूए से छीनने को एकजुट हुए पार्षद

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– मेयर मधु आजाद की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पार्षदों नेे लिखित में दी अपनी सहमति
– निगम पार्षदों को एक करोड़ रु के विकास कार्य करवाने की शक्तियां देने की मुख्यमंत्री से करेंगे मांग
– 18 जनवरी को है मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा के मेयरों और निगम आयुक्तों की बैठकगुरूग्राम, 10 जनवरी। गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद की अध्यक्षता में निगम पार्षदों के साथ शुक्रवार को आयोजित बैठक में सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया कि पार्कों और सामुदायिक केन्द्रों के रख-रखाव की जिम्मेदारी आरडब्ल्यूए से वापिस ली जाए। इस बारे में उपस्थित सभी पार्षदों ने मेयर को लिखित में अपनी सहमति दी। बैठक में निर्णय लिया गया कि सफाई, बागवानी और सिविल कार्यों से संबंधित एक-एक कर्मचारी निगम पार्षद को दिया जाए, ताकि वार्ड में ये कार्य पार्षद की निगरानी में सही तरीके से हो सकें। इसके साथ ही सफाई और बागवानी से संबंधित कार्य अलॉटमैंट में निगम पार्षद की भागीदारी होनी चाहिए।शहर में पार्क व कम्युनिटी सेंटर के रख-रखाव की जिम्मेदारी आरडब्ल्यूए से छीनने को एकजुट हुए पार्षद 2बैठक में बताया गया कि 18 जनवरी को हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश के सभी निगमों के मेयरों तथा आयुक्तों को बैठक हेतु बुलाया गया है। इस बैठक में रखने वाले मुद्दों के बारे में मेयर मधु आजाद ने सभी पार्षदों से सुझाव मांगे। पार्षदों ने कहा कि सर्वप्रथम मुख्यमंत्री के समक्ष निगम पार्षदों को एक-एक करोड़ रूपए के विकास कार्य करवाने की शक्तियां देने के बारे में मेयर अपनी बात रखे क्योंकि यह प्रस्ताव मौजूदा निगम सदन की पहली बैठक में ही पारित कर सरकार को भेजा गया था। यह अभी तक लंबित है। पार्षदों ने कहा कि निगम क्षेत्र में बिल्डर द्वारा विकसित की गई सभी कॉलोनियों को निगम के अधीन किया जाए। विभागीय जमीनों की एक्सचेंज पॉलिसी बनाने तथा विकास शुल्क की राशि में कमी करवाने का सुझाव भी दिया गया।बैठक में पार्षदों का कहना था कि निगम मुख्यालय भवन, जोकि सैक्टर-29 में बनना प्रस्तावित है, उसका प्रस्ताव चंडीगढ़ से स्वीकृत करवाया जाए। इसके साथ ही 73-74 अमैंडमैंट एक्ट लागू करने बारे अपनी बात मुख्यमंत्री के समक्ष रखें। बैठक में यह भी कहा गया कि संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी की एसीआर लिखने की शक्ति मेयर के पास हो, जबकि कार्यकारी अभियंता स्तर के अधिकारी की एसीआर निगम पार्षद लिखे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जो अधिकारी काम नहीं करते या काम में लापरवाही बरतते हैं, उनकी सूची बनाकर शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज को सौंपी जाए, ताकि इन अधिकारियों को नगर निगम गुरूग्राम से बाहर का रास्ता दिखाया जा सके। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सदन की बैठक में पारित किए गए सभी प्रस्ताव चंडीगढ़ ना भेजे जाएं। बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि सभी प्रकार की एनओसी तथा बिल्डिंग प्लान पास करने की शक्ति निगम के पास हो तथा अन्य विभागों द्वारा निगम क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों में पार्षद को शामिल किया जाए। जीएमडीए निगम क्षेत्र की सभी ग्रीन बैल्टों को दुरूस्त करवाए या ये नगर निगम को वापिस दी जानी चाहिए क्योंकि शहर में अधिकतर ग्रीन बैल्टों की स्थिति बदतर है। सदन की बैठक प्रति माह होनी चाहिए तथा बैठक में प्रत्येक पार्षद कम से कम एक एजेंडा अवश्य शामिल करवाए। प्रत्येक वार्ड में सामुदायिक केन्द्र बनाया जाना चाहिए तथा जो कॉलोनियां पूर्ण रूप से विकसित हो चुकी हैं, उन्हें नियमित किया जाए।कुछ पार्षदों का कहना था कि इकोग्रीन नागरिकों से यूजर चार्जिज वसूल ना करे। सदन की बैठक में सभी सहायक अभियंता और कार्यकारी अभियंता शामिल होने चाहिए। सोसायटियों को कंपोस्ट प्लांट लगाने के लिए नगर निगम से आर्थिक सहायता दी जाए। नगर निगम कार्यालय में एक शिकायत बॉक्स लगे तथा इसके लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाए। अधिकारियों की जवाबदेही तय हो तथा एस्टीमेट आदि बनाने के लिए नगर निगम में एक विंग का गठन किया जाए। सदर बाजार को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं तथा निगम क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में रख-रखाव संबंधी कार्य नगर निगम द्वारा किया जाए।बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि नगर निगम आपके द्वार कार्यक्रम जिन वार्डों में हो चुके हैं, उनकी मिनट्स ऑफ मीटिंग तथा की गई कार्रवाई की रिपोर्ट संबंधित अधिकारी से मांगी जाए। इसके साथ ही बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि नगर निगम में एक कॉरपोरेटर सैल का गठन हो, जिसमें एक अधीक्षक तथा कम्प्यूटर क्लर्क शामिल हों। यह सैल निगम पार्षदों द्वारा प्राप्त पत्रों को ट्रैक करेगी।
बैठक में सीनियर डिप्टी मेयर प्रमिला गजेसिंह कबलाना, निगम पार्षद संजय प्रधान, आरएस राठी, दिनेश सैनी, योगेन्द्र सारवान, सुभाष सिंगला, विरेन्द्र राज यादव, रविन्द्र यादव, हेमन्त सेन, कुलदीप यादव, ब्रह्मप्रकाश यादव, शीतल बागड़ी, सीमा पाहुजा, महेश दायमा, धर्मबीर, सुभाष फौजी, अश्विनी शर्मा तथा अनूप सिंह सहित पूर्व सरपंच अनिल यादव, नीरज यादव, नरेश बरवाल, उदयवीर अंजना, लीलू सरपंच, राकेश यादव, अनिल यादव उपस्थित थे।

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