सूर्य ग्रहण, छह राशियों पर भारी पड़ेगा ! ज्योतिषाचार्य वी के शास्त्री से जानिए कैसे बच सकते हैं ग्रहण के दुष्प्रभाव से ?

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फरीदाबाद। इस बार का सूर्य ग्रहण 26 दिसम्बर पौष अमावस्या, बृहस्पतिवार को लगेगा। यह प्रातः 8 बजे से आरम्भ होगा और दोपहर एक बजकर 36 मिनट यानी 13.36 बजे समाप्त होगा। सूर्य ग्रहण की अवधि पांच घंटे 36 मिनट की रहेगी।

प्रसिद्ध ज्योतिषचार्य आचार्य वी के शास्त्री के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय स्नान, दान और जप का विषेश महत्व होता है। इस दिन भगवान सूर्य की पूजा और आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण काल में सोना ,खाना, पीना, मैथुन करना और नाखून काटना वर्जित माना जाता है ।

आचार्य वी के शास्त्री के अनुसार बृहस्पतिवार को होने वाला सूर्य ग्रहण, मूल नक्षत्र में तथा धनु राशि में होगा। यह ग्रहण धनु राशि, सिंह राशि, वृष राशि, मीन राशि, वृश्चिक राशि और कर्क राशि के लिए कष्ट दायक रहेगा। उन्होंने कहा कि सूर्य को ग्रहों के राजा का पद प्राप्त है। सूर्य को ग्रहण लगना दूनियाँ में अशांति ,भय, तनाव, अग्नि भय और भूकम्प की सम्भावना पैदा करता है।

देश के सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं वी के शास्त्री जो फरीदाबाद निवास करते हैं के अनुसार धनु राशि में छह ग्रहों की उपस्थिति दूनिया के लिए चिंता जनक है। इस समय सभी को भगवान का ” ओउम नमो भगवते वासुदेवायः” का जाप करना चाहिए। सिंह, वृष, मिथुन, कन्या, मकर, वृश्चिक और धनु राशि वालो को गेहूं व भूरा कम्बल का दान करना चाहिए।

ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि देव गुरु बृहस्पति का अस्त होना और सूर्य को ग्रहण लगना साथ ही छह ग्रहों का धनु राशि में होना और उन सभी छह ग्रहों के उपर राहु केतु का प्रभाव होना एक विषेश अनिष्टकारी योग बना रहा है।

ऐसे समय में तीर्थ स्थानों में स्नान करना चाहिए। साथ ही सप्तधान्य व काले एवं सफेद तिल का दान भी लाभ दायक माना जाता है। पुराणों की मान्यता के अनुसार ग्रहण का शुभ व अशुभ प्रभाव प्रत्येक जड़ चेतन व प्रकृति पर पड़ता है ।

विशेष सावधानी:

1. ग्रहण की संवेदनशीलता को देखते हुए सूतक के नियमों का पालन करें।
2. सूर्यग्रहण को देखने की धृष्टता न करें व निषिद्ध कार्य न करें।
3. बुरी संगत से बचें व अच्छे विचार लाएं, दान से ग्रहण शांति कर सकते हैं

कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण :

भारत समेत दुनिया के पूर्वी यूरोप, उत्तरी-पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में यह सूर्य ग्रहण देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह 8.04 मिनट से शुरू होगा। सूर्य ग्रहण सुबह 9.24 से चंद्रमा सूर्य के किनारे को ढकना शुरू कर देगा। इसके बाद सुबह 9.26 तक पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। 11.05 तक यह सूर्य ग्रहण समाप्त हो जाएगा। कुल मिलाकर 3.12 मिनट का यह सूर्य ग्रहण होगा।

देश में कहां दिखेगा :

वर्ष 2019 का सबसे बड़ा और इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगेगा। इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई को आंशिक सूर्यग्रहण लगा था। यह सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा।

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