लखनऊ। सीएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से शांति की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हिंसा करने वाले लोगों को आत्मचिंतन करने की जरूरत है। उन्होंने अपील की कि अफवाहों को सुनकर हिंसा पर उतारू हो जाना गलत बात है। प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि क्या सीएए को लेकर हिंसा करना सही था? लोगों को खुद से यह सवाल पूछना चाहिए।
सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों को यह भी सोचना चाहिए कि उन्होंने जो किया वह कितना सही था क्योंकि संपत्ति का नुकसान पहुंचा कर उन लोगों ने आने वाली पीढ़ियों का नुकसान किया है। इस हिंसा में मारे गए लोगों के प्रति भी सहानुभूति जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके परिवार के बारे में आपको सोचना चाहिए। अफवाहों को सुनकर ऐसा करना उचित नहीं है। हम अपना दायित्व निभाएं, अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें, यही सुशासन दिवस पर हमारा संकल्प होना चाहिए, यही जनता की अपेक्षा है, यही अटल जी की भी भावना थी।
मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 और राम मंदिर के मुद्दों का शांति से हल किया गया है। पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से शरणार्थियों को नागरिकता देने का रास्ता साफ हो गया है। 130 करोड़ भारतीयों ने आत्मविश्वास के साथ ऐसी चुनौतियों का हल खोजा है। उन्होंने आगे कहा कि अटल जी कहते थे कि जीवन को टुकड़ों में नहीं समग्रता में देखना होगा। यही बात सरकार के लिए भी सत्य है, सुशासन के लिए भी सत्य है। सुशासन भी तब तक संभव नहीं है, जब तक हम समस्याओं को संपूर्णता में,समग्रता में नहीं सोचें।