नाईपर– रायबरेली का ग्यारहवां वार्षिक समारोह आयोजित
सर्वश्रेष्ठ फैकल्टी के पुरस्कार से डॉ निहार रंजन, सहायक व्याख्याता नवाजे गए
सर्वश्रेष्ठ स्टाफ का पुरस्कार अमर कुमार मिश्र, सम्पदा अधिकारी को मिला
अलग अलग क्षेत्रों में अव्वल प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को विजेता व उपविजेता का खिताब मिला
सुभाष चौधरी/thepublicworld.com
लखनऊ : नाईपर– रायबरेली के निदेशक डॉ. एस. जे. एस. फ्लोरा, ने कहा कि ट्रांजिट कैंपस में भी नाईपर का सर्वाधिक फोकस विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान पर है. वह दिन दूर नहीं कि जब यह संस्थान एक दिन फार्मेसी शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में देश का सर्वोच्च संस्थान बनेगा. रिसर्च की दृष्टि से यहाँ के शिक्षकों और विद्यार्थियों के अब तक के परफॉरमेंस इस बात के स्पष्ट संकेत दे रहे हैं.
श्री फ्लोरा सोमवार को बिजनौर – सिसेंडी रोड, नियर – सी.आर. पी. एफ. बेस कैंप, लखनऊ स्थित ट्रांजिट कैंपस में आयोजित नाईपर– रायबरेली के ग्यारहवें वार्षिक समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने वार्षिक प्रतिवेदन का प्रस्तुतिकरण किया और सभी अतिथियों का स्वागत किया. डॉ. फ्लोरा ने वार्षिक रिपोर्ट में संस्थान की अब तक की शैक्षणिक प्रगति को रेखांकित किया साथ ही यहाँ उपलब्ध सभी सुविधाओं का जिक्र किया.
इससे पूर्व कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ और छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वन्दना की प्रस्तुति दी. इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजय सिंह, कुलपति, बी. बी. ए. यू. लखनऊ ने वार्षिक पत्रिका का विमोचन किया और अपने संबोधन में नाईपर– रायबरेली द्वारा फार्मा के क्षेत्र में रिसर्च में स्थापित कई कीर्तिमान के लिए सराहना की. उन्होंने कहा कि दुनिया में हो रहे तेज गति से बदलाव को ध्यान में रख कर ही हमें अपने रिसर्च को केन्द्रित करना होगा. उन्होंने संस्थान के 11 वें वार्षिक समारोह के लिए अपनी शुभकामनाएं दी और आने वाले वर्षों में नाईपर– रायबरेली के योगदान को बेहद महत्वपूर्ण बताया.
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर वी. नागराजन, प्रतिष्ठित प्रोफेसर, वी. एन. न्यूरो केयर सेंटर एण्ड रिसर्च इंस्टिट्यूट, मदुरै द्वारा वार्षिक दिवस व्याख्यान– 1 दिया गया जबकि व्याख्यान – 2 विशिष्ट अतिथि डॉ प्रदीप देशमुख, सलाहकार और मेंटर, पैसिफिक टोक्सिकोलोजी कंसल्टिंग, पुणे की ओर से दिया गया.
तालियों की गडगडाहट के बीच प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी निदेशक नाईपर – आर डॉ फ्लोरा ने सर्वश्रेष्ठ फैकल्टी का पुरस्कार डॉ निहार रंजन, सहायक व्याख्याता को दिया जबकि सर्वश्रेष्ट स्टाफ का पुरस्कार अमर कुमार मिश्र, सम्पदा अधिकारी को प्रदान किया.
कार्यक्रम के दौरान अलग अलग क्षेत्रों में अव्वल प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को गुरप्रिया फ्लोरा द्वारा पुरस्कृत किया गया. वार्षिक खेलकूद में विजयी नाईपर के छात्रों को मोमेंटो और प्रशस्ति – पत्र द्वारा सम्मानित किया गया. बैडमिंटन सिंगल में छात्र विपिन भाटी को विजेता और आशीष कुमार को उपविजेता, छत्राओं में बेबी सरोजा विजेता और अशिमा ठाकुर को उपविजेता का मोमेंटो प्रदान किया गया. टेबल टेनिस सिंगल, छात्रों में अतुल मौर्य को विजेता और मोहित कुमार को उपविजेता एवं छात्रा बेबी सरोजा को विजेता और शीतल यादव को उपविजेता घोषित किया गया .
टेबल टेनिस डबल पुरुष में विपिन भाटी और अतुल मौर्य को विजेता एवं प्रशांत मिश्र और स्मिथ पटेल को उपविजेता, महिला डबल टेबल टेनिस में कीर्थाना और शीतल यादव विजेता एवं अपराजिता श्रीवास्तव और कुमारी दिविता को उपविजेता घोषित किया गया. सभी विजयी खिलाड़ियों को मोमेंटो और ट्राफी से नवाजा गया. प्रथम वर्ष के छात्र पुरुष एवं महिला वर्ग में क्रिकेट, वालीबाल, टग ऑफ़ वार में विजेता रहे. इन्होने सीनियर वर्ग के छात्रों को हराया. इसके अलावा कैरम प्रतियोगिता, शतरंज प्रतियोगिता, वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागी को भी मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र द्वारा सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम के सफल संचालन की जिम्मेदारी सहायक प्रोफेसर डॉ निहार रंजन ने निभाई और सभी अतिथियों का धन्यवाद् प्रस्ताव ज्ञापित किया. कार्यक्रम की संयोजिका पी एच डी स्कॉलर स्मिता वर्मा थी.
मयंक हंडा के नेतृत्व में नाईपर के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति देकर समारोह में चार चाँद लगा दिया. भरतनाट्यम नाच बेबी सरोजा द्वारा प्रस्तुत किया गया जबकि कुचिपुरी नृत्य मृणालिनी द्वारा किया गया.
मौमिता और अब्दुल रहमान ने गाना प्रस्तुत किया.नुक्कर नाटक का मंचन आनंद सिंह पटेल, पंखुरी गुप्ता, नवनीत , मोहित और राजेश यादव की टीम द्वारा किया गया. भंगड़ा डांस से विपिन भाटी और गगनदीप ने सबको नचाया.
कार्यकर्म के अंत में निदेशक ने डॉ फ्लोरा, द्वारा सम्मानित अतिथियों को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर नाईपर – रायबरेली के सभी स्टाफ, फैकल्टी और छात्र उपस्थित थे. समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ.