चंडीगढ़ : हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए आज अनूठा फ्रेमवर्क ‘प्रयास’ लांच किया है। इस फ्रेमवर्क में 157 सरकारी कॉलेजों ने अपना डाटा भरा जिसको हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा स्कोर के अनुसार वर्गीकृत किया गया। फ्रेमवर्क के लिए कुल स्कोरिंग 500 अंकों की थी जिनमें 350 से अधिक स्कोर वाले कॉलेजों को ए-प्लस ग्रेड दिया गया है जबकि 300 से 349 स्कोर वाले कॉलेजों को ए-ग्रेड दिया गया है। उन्होंने बताया कि बी-प्लस ग्रेड 250-299 के बीच स्कोर हासिल करने वाले कॉलेजों को दिया गया है तथा जिन कॉलेजों के स्कोर 200-249 के बीच हैं उनको बी-ग्रेड बी और 200 से कम स्कोर हासिल करने वाले कॉलेजों को ग्रेड-सी दिया गया है।
शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी कि फ्रेमवर्क ‘प्रयास’ में डाटा भरने वाले कालेजों में से कुल 9 कॉलेजों को 350 से अधिक अंक प्राप्त करने पर ए-प्लस ग्रेड अवार्ड किया गया है जबकि 24 कॉलेजों को ग्रेड-ए के तहत रखा गया है, 30 कॉलेजों को ग्रेड बी-प्लस मिला है।
हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक ए.श्रीनिवास ने आज फ्रेमवर्क ‘प्रयास’ लांच करने के बाद बताया कि इसमें प्रत्येक कॉलेज के कुल और घटक-वार स्कोर का विस्तृत विश्लेषण शामिल है। उन्होंने बताया कि अब हरियाणा के विद्यार्थी ग्रेड और स्कोर के अनुसार कॉलेज चुनने की स्थिति में होंगे। उन्होंने बताया कि ए-प्लस तथा ए-ग्रेड वाले कालेजों को ‘नेशनल इन्स्टीच्यूट रेटिंग फ्रेमवर्क’ रेटिंग में भाग लेने तथा नेक-ग्रेड में सुधार करने के लिए पूरी सहायता की जाएगी। उन्होंने बताया कि नीचे के ग्रेड वाले कालेजों को सुधार के लिा प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस फ्रेमवर्क से जहां अच्छे कॉलेज ब्रांड के रूप में उभर कर सामने आएंगे वहीं कॉलेजों के मध्य प्रतिस्पर्धा की भावना भी पैदा होगी।
निदेशक ने बताया कि ‘प्रयास’ के तहत कॉलेजों के सम्मुख आने वाली चुनौतियों और कमियों को पहचानने में भी मदद मिलेगी ताकि उनको बाद में दूर किया जा सके। इससे कॉलेजों की बेहतरी के लिए नीतियों के निर्माण करने में भी सहायता मिलेगी ताकि उनको नैक आदि की मान्यता जल्द मिल सके।