नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 29 अक्टूबर, 2019 को नई दिल्ली में कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करने के लिए चुनिंदा कंपनियों को राष्ट्रीय कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पुरस्कार (एनसीएसआरए) प्रदान करेंगे। समावेशी वृद्धि और समावेशी तथा सतत् विकास के क्षेत्र में कॉरपोरेट पहलों के मद्देनजर कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय सीएसआर पुरस्कारों का गठन किया है। सीएसआर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करने के लिए भारत सरकार ने इन पुरस्कारों की शुरूआत की है।
इस वर्ष एनसीएसआरए के लिए 528 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। निर्णायक मंडल ने निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए कंपनियों की सूची तैयार की थी, जिनमें से 131 कंपनियों को अपना विवरण सौंपने के लिए कहा गया था। इसके बाद कंपनियों के दावों का सत्यापन किया गया। कंपनियों द्वारा दिए गए विवरणों तथा सीएसआर विशेषज्ञों द्वारा स्वतंत्र मूल्यांकन करने के आधार पर निर्णायक मंडल ने पुरस्कारों के तीन वर्गों के लिए 19 कंपनियों को विजेता और 19 कंपनियों को सम्मानजनक उल्लेख के लिए अनुमोदित किया है।
राष्ट्रीय कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पुरस्कार (एनसीएसआरए) के विषय में:
सीएसआर पर गठित उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों के आधार पर 2017 में इन पुरस्कारों का गठन किया गया था।
उद्देश्यः
1) सीएसआर गतिविधियों में उत्कृष्टता लाने के लिए विभिन्न वर्गों की कंपनियों में प्रतिस्पर्धा बढ़ाना।
2) निर्धारित सीएसआर निधि की पूरी रकम को खर्च करने के लिए कंपनियों को प्रोत्साहित करना।
3) सीएसआर गतिविधियों के प्रभाव, नवाचार, प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल, लैंगिक एवं परिवेश संबंधी मुद्दे इत्यादि को मान्यता देना।
4) कॉरपोरेट की सीएसआर गतिविधियों को दिशा देना, ताकि उनकी गतिविधियों का लाभ समाज के वंचित वर्गों तथा देश के दूर-दराज के इलाकों तक पहुंच सके।
पुरस्कारों की श्रेणियां:
तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय सीएसआर पुरस्कारों की कुल संख्या 20 है, जिसका विवरण इस प्रकार है।
अ) सीएसआर में उत्कृष्टता के लिए कॉरपोरेट पुरस्कारः
कुल निर्धारित सीएसआर व्यय के आधार पर कंपनी के प्रयासों को मान्यता (चार पुरस्कार)
· जिन कंपनियों के पास 100 करोड़ रुपये से अधिक निर्धारित सीएसआर व्यय मौजूद है।
· जिन कंपनियों के पास 10 करोड़ रुपये से 99.99 करोड़ रुपये के बीच निर्धारित सीएसआर व्यय मौजूद है।
· जिन कंपनियों के पास एक करोड़ रुपये से 9.99 करोड़ रुपये के बीच निर्धारित सीएसआर व्यय मौजूद है।
· जिन कंपनियों के पास 100 करोड़ रुपये से कम निर्धारित सीएसआर व्यय मौजूद है।
सम्मानजनक उल्लेखः चार प्रमुख पुरस्कारों के अलावा सराहनीय सीएसआर गतिविधियां चलाने वाली कंपनियों के लिए चार सम्मानजनक उल्लेखों का भी प्रावधान है।
ब) चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सीएसआर के क्षेत्र में कॉरपोरेट पुरस्कार
चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों, आकांक्षी जिलों, दुर्गम/अशांत क्षेत्रों इत्यादि में सीएसआर प्रयासों के आधार पर कंपनियों के प्रयासों को मान्यता (पांच पुरस्कार)
- उत्तर
- पूर्वोत्तर
- पूर्व
- पश्चिम
- दक्षिण
सम्मानजनक उल्लेखः पांच प्रमुख पुरस्कारों के अलावा सराहनीय सीएसआर गतिविधियां चलाने वाली कंपनियों के लिए पांच सम्मानजनक उल्लेखों का प्रावधान है।
स) राष्ट्रीय प्राथमिकता योजनाओं में योगदान के आधार पर 11 पुरस्कारों तक का प्रावधान, ताकि इन क्षेत्रों में व्यय करने के लिए कॉरपोरेट को प्रोत्साहित किया जा सके।
सम्मानजनक उल्लेखः पांच प्रमुख पुरस्कारों के अलावा सराहनीय सीएसआर गतिविधियां चलाने वाली कंपनियों के लिए 11 सम्मानजनक उल्लेखों का प्रावधान है।
इस वर्ष के पुरस्कारों के लिए निर्णायक मंडल का ब्योराः
इस वर्ष निर्णायक मंडल में ग्रामीण विकास मंत्रालय के पूर्व सचिव श्री जुगल किशोर महापात्रा (अध्यक्ष), मानव संसाधन विकास मंत्रालय में स्कूली शिक्षा के पूर्व सचिव श्री अनिल स्वरूप, सार्वजनिक उपक्रम विभाग के अपर सचिव डॉ. मधुकर गुप्ता, एचएसबीसी इंडिया की पूर्व अध्यक्ष सुश्री नैना लाल क़िदवाई, डीसीएम श्रीराम के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रबंध निदेशक श्री अजय श्रीराम और उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री रजत सेठी शामिल हैं। इसके अलावा कंपनियों की सूची बनाने और प्रमाणीकरण में निर्णायक मंडल की सहायता करने के लिए 16 सदस्यों की विशेषज्ञ समिति का भी गठन किया गया।