निर्मला सीता रमन ने कहा :  मोदी सरकार के रिफॉर्म से सुधरी इन्सॉल्वेंसी रैंकिंग

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नई दिल्ली। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम वर्ल्ड बैंक के सामने इस बात पर जोर दे रहे हैं कि केवल दो शहरों को ही देश के प्रतिनिधि के तौर पर नहीं लेना चाहिए। अगले साल बेंगलुरू और कोलकाता में वर्ल्ड बैंक सर्वे करेगा। बता दें कि अभी तक वर्ल्ड बैंक केवल मुंबई और दिल्ली में ही सर्वे करता था।

वित्त मंत्री ने कहा कि इन्सॉल्वेंसी, एनसीएलटी जैसे रिफॉर्म की वजह से हम इन्सॉल्वेंसी प्रोसिजर की रैंकिंग में इस साल 52वे स्थान पर पहुंचे है। पिछले साल भारत की ये रैंकिंग 108वीं थी। मैं इस बात से सचेत हूं कि प्रवर्तन निदेशालय अपना काम बखूबी करता है। जब वो कोई प्रॉपर्टी जब्त करता है तो उसमें कॉरपोरेट प्रॉपर्टी भी शामिल होती है। इससे इन्सॉल्वेंसी प्रोसिडिंग्स में देर होती है। हमें इस परेशानी के बारे में जानकारी है और कोई समाधान निकालने के रास्ते पर काम कर रहे हैं।

ईज ऑफ स्टार्टिंग बिजनेस के मामले में इस साल भारत ने मात्र एक ही रैंकिंग का सुधार किया है। इस रैंकिंग में भारत 137वें पायदान पर है। वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को दोहराते हुए कहा कि हमें आगे और भी मेहनत करना होगा ताकि हम टॉप 50 देशों की लिस्ट में शामिल हो सकें। गौरतलब है कि वर्ल्ड बैंक ने आज ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग जारी किया है। इस रैंकिंग में भारत ने इस साल 14 पायदान की ऊंची छलांग लगाई है और अब 63वें स्थान पर पहुंच गया है।

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