इन बातों को ध्यान से पढ़ लीजिये तब बैंक जाईये !

Font Size

व्यापारियों के लिए परेशानी का पहाड़ 

1. आप एक नंबर में अपने चालू खाते में एक बार में चाहे जितने रू जमा कर सकते हो।
2 खाते से पेमेंट चेक या rtgs के माध्यम से ही होगा ।
3 आप बार बार अपने चालू खाते में पैसा पुराने नोट जमा नहीं कर सकते हैं।
उदाहरण , यदि आपने 10 तारीख को अपने दुकान के खाते में सिल्लक के रूप में 5 लाख रुपये जमा करा दिया है तो फिर आप 11 या 12 को पुनः उसी खाते में फिर से सिल्लक बता कर लाख दो लाख रुपये पुराने नोट जमा नहीं कर सकते हो ,
क्योकि आप को आज से ही पुराने नोट लेने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है ,आप यह नहीं कह सकते कि मेरे पास आज फिर से पुराने नोट आ गए हैं।
4 किसान भाईयो को सलाह देवे कि उनके पास वर्तमान में उपलब्ध पुराने नोटों को स्वयं के खाते में जमा करने के बाद नए नोट बाजार में लेकर आवे ।
5 यदि आपके पास तिज़ोरी में पुराने नोट रखे है तो उन्हें अपने परिवार के सदस्यों के खाते में जमा कराए और फिर उनके बदले में नए नोट प्राप्त करे ।
विशेष ध्यान देवे कि आप अपने चालू खाते में अगले 50 दिनों तक बार बार पुराने नोट जमा नहीं कर सकते हो।

 

अपने बैंक खातो में कल से किसी भी मित्र , रिस्तेदार , नेता , भष्ट अधिकारी का पैसा जमा करने की गलती मत कर लेना .

^ चेक भी यदि किसी से लोगे तो 9/11/2016 से पहले की तारीख लिखा मत लेना फर्म या रजिस्टर्ड क. का ले सकते .
^ आपके खाते में 10/11/2016 से 31/12/2016 के बीच जमा नगद राशि एवम् विथड्राल का पिछले पाँच सालो के लेनदेन के औसत से तुलना की जायेगी ,असामान्य पाये जाने पर 3/2/2017 से प्रारम्भ पेशियों में एक पेशी में निर्णय होगा
सजा -असामान्य लेनदेन का पांच गुना जुर्माना / सजा / प्रॉपर्टी जप्ती
^ अपना पैसा जो आपके पास आज नगद 500/1000 है एक बार में ही  बैंक में जमा करना 30 दिसंबर 2016 तक ।

  • इसके बाद वो कागज़ का टुकड़ा रहेगा ।

^ एक व्यक्ति के अलग-अलग बैंको में संचालित बैंक खातो की संकलित जानकारी सर्कार के पास पहले से है
^ काला धन रखने वालो का सहयोगी खातो के माध्यम से बनना अपराध् की श्रेणी में ला दिया है
^ आपके द्वारा बैंक खाते में जमा राशि के प्रत्येक नोट(1000*….
500*….
100*….
50*….

की डिटेल केशियर सिस्टम(कंप्यूटर) में भी पंच करता है
^ किसी भी तरह की होशियारी दिखाने पर आप बड़ी परेशानी से घिरेंगे .

 

You cannot copy content of this page