राव इंद्रजीत ने कहा : पांच हजार अरब डालर निवेश का लक्ष्य, निजी क्षेत्र में विदेशी निवेश पर विशेष फोकस

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चीन से पलायनकर्ता उद्योगों के लिए भारत ही विकल्प

केंद्रीय मंत्री ने हेलीमंडी में किया बीजेपी के सदस्यता अभियान का आरंभ

गुरुग्राम। मोदी मंत्रीमंडल में लगातार दूसरी बार केंद्र में मंत्री बने और चुनाव के बाद में पहली बार अपने राजनीतिक गढ़ पटौदी पहुंचे केंद्रीयमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने केंद्रीय बजट को चहुंमुखी विकास वाला बताते कहा कि, पीएम मोदी का लक्ष्य है कि पांच वर्ष के दौरान देश में पांच हजार अरब डालर का विदेशी निवेश कराया जाए। इसके लिए सभी विदेशी निवेशकों को देश में श्रेष्ठम सुविधाएं मुहैया भी कराई जाएंगी। यह बात उन्होंने पटौदी सब डिवीजन के हेलीमंडी पालिका क्षेत्र में शगुन पैलेस वाटिका में बीजेपी के कार्यकर्ताओं, अपने समर्थकों और बीजेपी के सदस्यता अभियान का आरंभ करने के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही।

राव इंद्रजीत ने कहा कि, पीएम मोदी और केंद्र की सरकार का फोकस इस बात पर रहेगा कि, देश में ढ़ांचागत सुधार हो, स्वास्थ्य, जल परिवहन, शिक्षा के साथ अन्य मामलों पर रहेगा। उन्होंने कहा कि, आज के समय में भारत की अर्थ व्यवस्था दुनिया में तेजी से मजबूत हो रही है। राव इंद्रजीत ने कहा कि पीएम मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान बनी नीतियों की बदौलत ही आज भारत दुनिया में सबसे कम ऋण लेने वाले देशों में शुमार है। भारत के अलावा दुनिया के सभी देशों ने भारत के पांच प्रतिशत विदेशी ऋण के मुकाबले कहीं अधिक ऋण लिया हुआ है। जल मार्ग के द्वारा भारत से इंगलैंड तक व्यापार को बढ़ावा देने की भी योजना पर काम हो रहा है।
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि, एेसे सार्वजनिक उपक्रम जो कि घाटे में अथवा बंदी के कगार पर हैं, उन्हें भी पुर्नजीवित अथवा स्थापित करने पर मोदी सरकार का ध्यान है। उन्होंने कहा कि एेसे तमाम उपक्रम/उद्योगों को पीपीपी की तर्ज पर प्रोत्साहन देकर फिर से पुर्नजीवित किया जाएगा, जिससे कि रोजगार के और अधिक मौके उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि एेसे संस्थाान अथवा उद्योगपति, जिन्हें भगवान ने छप्पर फाडक़र दिया है, उन्हें भी अधिकाधिक कर भी देश के समग्र विकास के लिए अदा करना चाहिये। पांच करोड़ से अधिक पर 7 प्रतिशत, दो करोड़ से अधिक पर 3 प्रतिशत का प्रावधान रखा गया है।
राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि, आज के समय में चीन और अमेरिका के व्यापारिक संबंध संतोष जनक दिखाई नहीं दे रहे हैं। भारत दुनिया के सभी देशों के लिए बेहतर विकल्प है कि, भारत में ही निवेश करें और उद्योग भी लगाएं। यहां पर पहले ही सिंगल विंडो व्यवस्था उपलब्ध कराई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि चीन से पलायन करने वाले उद्योग एेशिया में जा रहे हैं, ऐसे सभी उद्योगों को भारत में लाने के लिए इनके अनुकूल वातावरण बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सहित पीएम मोदी की नीति और नीयत एेसी है कि, आने वाले पांच वर्ष में पांच अरब डालर निवेश का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकेगा

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