वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की सदस्यता मुहिम शनिवार को आरंभ की और कहा कि यह मुहिम सभी वर्ग के लोगों को भगवा दल से और जोड़ेगी।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय बजट 2019-20 के बारे में बात की और आगामी वर्षों में भारत के विकास पथ को लेकर अपने विचारों से अवगत कराया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं काशी की पावन धरती से भाजपा के हर समर्पित कार्यकर्ता का अभिवादन करता हूं। मुझे आज काशी से भाजपा के सदस्यता अभियान को शुरू करने का अवसर मिला है।’’
पार्टी की सदस्यता मुहिम शनिवार को ऐसे दिन शुरू की गई है, जब पार्टी संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 118वीं जयंती है।
मोदी ने केंद्रीय बजट के प्रावधानों का जिक्र करते हुए कहा कि ‘‘नया भारत’’ आगे बढ़ने की दहलीज पर है।
उन्होंने कहा, ‘‘5000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था के विषय में जानना सबके लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि कुछ लोग हम भारतीयों के सामर्थ्य पर शक कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि भारत के लिए ये लक्ष्य प्राप्त करना बहुत मुश्किल है।’’
प्रधानमंत्री ने आलोचकों को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘‘वे लोग पेशेगत रूप से निराशावादी हैं।’’
इससे पहले मोदी ने एक दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचने के तुरंत बाद हवाईअड्डे पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा का अनावरण किया।
प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा और भाजपा राज्य इकाई के प्रमुख महेंद्र नाथ पांडे भी थे।
इस मौके पर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री और सुनील शास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री के रिश्तेदार एवं उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी मौजूद थे।
मोदी का अप्रैल-मई में संसदीय चुनाव जीतने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र में यह दूसरा दौरा था।
मोदी ने 4.79 लाख मतों के अंतर से लगातार दूसरी बार लोकसभा सीट पर विजय प्राप्त की थी जिसके बाद वह मतदाताओं का शुक्रिया अदा करने के लिए 27 मई को वाराणसी पहुंचे थे।
शास्त्री की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद मोदी वृक्षरोपण मुहिम ‘आनंद कानन’’ के लिए रवाना हो गए।
उन्होंने जन संघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी 118वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकता में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
मोदी ने मुखर्जी को महान शिक्षाविद् और प्रखर राष्ट्रवादी विचारक करार दिया।