नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सेंट्रल हॉल में संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने सरकार के एजेंडे को लोगों के सामने रखा। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार शपथ लेने के साथ ही नए भारत के निर्माण में जुट गई। नया भारत जहां सभी देशवासियों को जोड़ता है। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रवींद्रनाथ टैगोर के संदेश को भी याद किया।उन्होंने कहा कि मेरी सरकार, आधुनिक भारत के लिए देश के गांवों से लेकर शहरों तक, विश्व-स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर और नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सतत प्रयासरत है। राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि मैं सभी सांसदों का आह्वान करता हूं कि वे ‘एक राष्ट्र – एक साथ चुनाव’ के विकासोन्मुख प्रस्ताव पर गंभीरता-पूर्वक विचार करें। आज समय की मांग है कि ‘एक राष्ट्र – एक साथ चुनाव’ की व्यवस्था लाई जाए जिससे देश का विकास तेज़ी से हो सके और देशवासी लाभान्वित हों।
उनका कहना था कि ऐसी व्यवस्था होने पर सभी राजनैतिक दल अपनी विचारधारा के अनुरूप, विकास व जनकल्याण के कार्यों में अपनी ऊर्जा का और अधिक उपयोग कर पाएंगे। पिछले कुछ दशकों के दौरान देश के किसी न किसी हिस्से में प्रायः कोई न कोई चुनाव आयोजित होते रहने से विकास की गति और निरंतरता प्रभावित होती रही है।
हमारे देशवासियों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर, अपना स्पष्ट निर्णय व्यक्त करके, विवेक और समझदारी का प्रदर्शन किया है।
हमारा लक्ष्य है कि 2014 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बने। जल्द ही नई औद्योगित नीति की घोषणा की जाएगी। इज ऑफ डूइंग बिजनेस में विश्व के शीर्ष 50 देशों की सूचि में आना हमारा लक्ष्य है। टैक्स व्यवस्था में सरलीकरण पर जोर दिया जा रहा है। अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था को आसान और प्रभावी बनाया जा रहा है। जीएसटी को और सरल बनाने का प्रयास जारी है। छोटे व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए मेरी सराकर ने कई कदम उठाए हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान शुरू की गई। आदिवासी बाहुल्य इलाकों में एकलव्य मॉडल स्कूल बनाए जा रहे हैं। सरकार की यह सोच है कि ना सिर्फ महिलाओं का विकास हो बल्कि महिलाओं के साथ विकास हो।विश्व स्तर पर खेल के बेहतर प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ता है। भारत को विश्व स्तर की खेल शक्ति बनाने के लिए दूरदर्शी इलाकों में खिलाड़ियों की पहचान जरूरी है। खेलो इंडिया कार्यक्रम को व्यापक रुप देने का काम किया गया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक, ‘चंद्रयान-2’ के लॉन्च की तैयारी में लगे हुए हैं। चंद्रमा पर पहुंचने वाला यह भारत का पहला अंतरिक्ष यान होगा। वर्ष 2022 तक, भारत के अपने ‘गगन-यान’ में पहले भारतीय को स्पेस में भेजने के लक्ष्य की तरफ भी तेज़ी से काम चल रहा है।
दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस लोकसभा में लगभग आधे सांसद पहली बार निर्वाचित हुए हैं। लोकसभा के इतिहास में सबसे बड़ी संख्या में, 78 महिला सांसदों का चुना जाना नए भारत की तस्वीर प्रस्तुत करता है