नई दिल्ली। पानी की समस्या की बात करें तो ये भारत के लिहाज से खासी गंभीर समस्या है और कई इलाके तो ऐसे हैं कि वहां पीने का पानी तो दूर उन्हें दैनिक जरूरतों के लिए भी पानी मयस्सर नहीं है, कहीं तो स्थितियां इतनी दुरूह हैं कि लोगों को पीने के पानी के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।
वहीं खेती के लिए पानी का भी भारी संकट है और किसानों के लिए ये बहुत बड़ा मुद्दा है क्योंकि कहा भी गया है कि ‘बिन पानी सब सून’। कल्पना कीजिए कि जब देश के अन्नदाता को फसल उगाने के लिए पानी ही नहीं मिलेगा तो खेती पर क्या असर पड़ेगा और खाधान्न का कितना नुकसान होता है इसकी कल्पना ही की जा सकती है।
वहीं पानी से जुड़ी इस गंभीर समस्या को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बखूबी समझा है और इस दिशा में ठोस कदम उठाया है। पीएम मोदी ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए अपना वादा जो उन्होंने किया था उसे निभाया है। गौरतलब है कि पीएम ने ‘जल शक्ति मंत्रालय’ बनाने का वादा किया था जिसे पूरा कर दिया है और अब घर-घर बिजली के बाद हर घर में पानी पहुंचेगा।