नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के अपर प्रधान सचिव डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा को संयुक्त राष्ट्र के आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यालय (यूएनडीआरआर) की ओर से आज प्रतिष्ठित सासाकावा पुरस्कार-2019 से सम्मानित किया गया।
उन्हें यह पुरस्कार आपदाओं का सबसे ज्यादा खतरा झेलने वाले समुदायों को ऐसे जोखिमों से निबटने में सक्षम बनाने तथा असमानता और गरीबी को घटाकर समाज में आर्थिक और सामाजिक रूप से हाशिए पर जी रहे लोगों के लिए सुरक्षा दायरा बढ़ाने की उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता के लिए दिया गया है।
पुरस्कार के लिए श्री मिश्रा के नाम की घोषणा आज जेनेवा में जीपीडीआरआर -20119 के 6ठें सत्र के दौरान की गई।
संयुक्त राष्ट्र का ससाकावा पुरस्कार आपदा जोखिम प्रबंधन के क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है। निप्पोन फाउंडेशन और यूएनडीआरआर की ओर से संयुक्त रूप से प्रायोजित यह पुरस्कार तीस साल से भी ज्यादा समय से दिया जा रहा है। इसके तहत 50 हजार अमरीकी डॉलर का अनुदान दिया जाता है जो विजेताओं के बीच बांट दिया जाता है। विजेता कोई व्यक्ति या फिर संगठन भी हो सकता है। ‘टिकाऊ और समावेशी समाज का निर्माण’ 2019 के सासाकावा पुरस्कार का मुख्य विषय था। यूएनडीआरआर को पुरस्कार के लिए इस बार 31 देशों से 61 से ज्यादा प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं।
सत्र के दौरान दिन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने ‘रिस्क इंफॉर्मड इनवेस्टमेंट्स एंड इकोनॉमिक्स ऑफ डीआरआर ’ पर मंत्रिस्तरीय राउंडटेबल चर्चा में भाग लिया और आपदाओं से निबटने में सक्षम बुनियादी ढांचा बनाने में भारत की पहल में सहयोग पर यूरोपीय संघ के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
स्विट्जरलैंड के जेनेवा में 13 से 17 मई तक आयोजित जीपीडीआरआर के 6ठें सत्र में श्री मिश्रा के नेतृत्व में हिस्सा ले रहे उच्च स्तरीय भारतीय प्रनिनिधिमंडल में एनडीएमए के सदस्य श्री कमल किशोर तथा गृहमंत्रालय में संयुक्त सचिव (आपदा प्रबंधन) श्री संजीव कुमार जिंदल शामिल हैं। जीपीडीआरआर संयुक्तराष्ट्र महासभा द्वारा गठित एक ऐसा मंच है जो आपदा जोखिमों को कम करने के उपायों की प्रगति की समीक्षा के साथ ही इस दिशा में नए विचारों और नयी पहलों को साझा करने का अवसर भी प्रदान करता है।