उत्तर प्रदेश में गठबंधन की कोशिश में सपा

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रजत जयंती पर भी अखिलेश व शिवपाल में तनातनी 

शिवपाल ने किया अखिलेश पर कटाक्ष 

लखनऊ : सपा परिवार में तनातनी के बावजूद वह घडी भी आई जब लखनऊ में समाजवादी पार्टी के सभी कर्ताधर्ता एक साथ एक मंच पर एक दूसरे के लिए मर मिटने की कसमें खाते दिखे . पार्टी के 25 साल पूरे ही चुके हैं. इस ख़ास मौक़े पर रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा इस मौके को गठबंधन के नए सगूफे को जन्मा दने के लिए उपयोग करेगी . 

लालू ने हाथ मिलवाया 

समारोह के आरम्भ में लालू यादव अखिलेश और शिवपाल को लेकर मंच पर आए. लालू उन दोनों को मिलवाने की कोशिश कर रहे थे. अखिलेश ने चाचा शिवपाल यादव के पैर छुए. उस वक़्त मंच पर इनके साथ मुलायम सिंह यादव, शरद यादव, एचडी देवेगौड़ा, अजित सिंह और अभय चौटाला भी मौज़ूद थे. इसके बाद शिवपाल ने अपने भाषण में समाजवादी पार्टी के उत्थान में मुलायम सिंह को महिमामंडित करते हुए पार्टी में उनके योगदान को सराहा.

कुछ घुसपैठिए घुस गए

शिवपाल यादव ने कहा कि वह नेताजी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते. आगे उन्होंने अखिलेश को संबोधित कर कहा कि उन्होंने पार्टी और सरकार के लिए बहुत कुछ किया है और यहीं शिवपाल यादव ने इशारों में अखिलेश पर निशाना भी साधा, उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को राजनीती विरासत में मिल जाती है.. उन्होंने कहा कि पार्टी में कुछ घुसपैठिए घुस गए हैं. उनसे सावधान रहना होगा.

मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना

शिवपाल ने कहा कि मैं एसपी कार्यकर्ताओं को बताना चाहता हूं कि जितना त्याग लेना चाहो ले लो, मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना है. उन्होंने कहा कि यदि अखिलेश यादव खून मांगेंगे तो मैं खून दे दूंगा. इस अवसर पर लखनऊ में कई राजनीतिक दलों का जमावड़ा देखा जा रहा है. आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव, जेडीयू के शरद यादव, जनता दल सेक्यूलर के एचडी देवेगौड़ा लखनऊ पहुंच चुके हैं. आरएलडी के अजित सिंह और आई एन एल डी के अभय चौटाला भी इसमें मौजूद है.

उल्लेखनीय है कि सपा अंदरूनी झगड़ों के बुरे दौर से गुज़र रही है. चाचा शिवपाल यादव व भतीजा अखिलेश यादव में वैचारिक मतभेद सड़क पर आ गए हैं. मुलायम सिंह बीच बचाव की पुद्र में रहे लेकिन अखिलेश ने उन्हें अर्थहीन बना दिया है. समझा जा रहा है कि सपा इस मौक़े पर महागठबंधन को अंजाम देने की कोशिश के तौर पर भुनाना चाहेगी.

उत्तरप्रदेश में अगले साल होने वाले विधान सभा चुनाव के मद्दे नजर सपा अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है. भाजपा के बढ़ते प्रभाव से उन्हें इस बात का भय है की अगर सभी पार्टियाँ अलग अलग चुनाव में उतरी तो सपा के हाथ से सत्ता खिसक सकती है .इसलिए महागठबंधन की पुरजोर कोशिश होगी. हाल के दिनों में महागठबंधन के विचार में तेजी आई है.

इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा कि हम अभी यहां रजत जयंती कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं. फिलहाल गठबंधन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है. समारोह में पांच लाख लोगों के आने का दावा किया गया है. भीड़ को संभालने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं वहीं पूरा शहर सपा के पोस्टरों से पटा पड़ा है.

समारोह में शामिल होने आए लालू यादव ने कहा कि वह स्थापना समारोह में शुभकामनाएं देने आए हैं. उन्होंने कहा कि यहां फिर हमारी सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि बिहार की तरह यूपी से भी भाजपा को खदेड़ने लक्ष्य है. वहीं शरद यादव बोले कि हम लोगों को याद किया गया, इसलिए हम आए हैं.

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