नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष भारत के पहले लोकपाल बन गए हैं। मंगलवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा घोष को भारत का पहला लोकपाल नियुक्त किया गया।मई 2017 में उच्चतम न्यायालय से सेवानिवृत्त हुए न्यायमूर्ति घोष राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के सदस्य हैं।
शुक्रवार को पीएम की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक में लोकपाल और उनकी समिति के 8 सदस्यों का चयन किया गया था। इस समिति के चार न्यायिक और चार गैर न्यायिक सदस्य हैं। राष्ट्रपति ने जस्टिस दिलीप बी भोसले, जस्टिस पी के मोहंती, जस्टिस अभिलाषा कुमारी और जस्टिस एके त्रिपाठी को न्यायिक सदस्य नियुक्त किया है।
एसएसबी की पूर्व प्रमुख अर्चना रामसुंदरम और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव दिनेश कुमार जैन, महेंद्र सिंह और इंद्रजीत प्रसाद गौतम लोकपाल के गैर न्यायिक सदस्य नियुक्त किए गए।