श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव न कराने के मसले पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग के इस फैसले पर सवाल खड़े किये हैं और इसके लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। नेशनल कान्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में समय पर विधानसभा चुनाव कराने में नाकामी को देखते हुए मैं कुछ दिनों पहले किए गए अपने ट्वीटों को फिर से ट्वीट कर रहा हूं। दूसरी तरफ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी ने चुनाव के लिए एयर स्ट्राइक किया है।
पीएम मोदी ने पाकिस्तान, आतंकवादियों और हुर्रियत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। शाबाश मोदी साहब… 56 इंच का सीना फेल हो गया।’ एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि भारत-विरोधी ताकतों के सामने मोदी का ‘एकदम से घुटना टेक देना बहुत शर्मनाक’है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘बालाकोट और उरी पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले संभालने के प्रतीक नहीं हैं, बल्कि जम्मू-कश्मीर है…और जरा देखिए कि वहां उन्होंने कैसी कुव्यवस्था कायम कर दी है। भारत विरोधी ताकतों के सामने एकदम से घुटना टेक देना शर्मनाक है’।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा- चुनाव की खातिर की गई एयर स्ट्राइक
लोकसभा चुनाव के साथ जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं कराए जाने से नाराज नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार की विफलता है कि कश्मीर में ऐसे हालात हुए। जब सभी दल राज्य में चुनाव चाहते हैं तो क्यों लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव नहीं हो सकते हैं।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘सभी दल जम्मू-कश्मीर में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराने के पक्ष में हैं। लोकसभा चुनाव के लिए माहौल अनुकूल है लेकिन जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए क्यों नहीं? स्थानीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण हुए, यहां पर्याप्त सुरक्षा बल मौजूद है फिर क्यों विधानसभा चुनाव नहीं हो सकते?’
उन्हाेंने एयर स्ट्राइक को लेकर कहा कि हमें हमेशा से पता था कि पाकिस्तान के साथ युद्ध के साथ छोटी लड़ाई हो सकती है। लेकिन एयर स्ट्राइक इसलिए हुई क्योंकि चुनाव नजदीक हैं। हमने करोड़ों की लागत का एक एयरक्राफ्ट खो दिया। शुक्र है कि पायलट (विंग कमांडर अभिनंदन) सुरक्षित बच गया और सकुशल स्वदेश लौट आया।’