देवरिया में शहीद विजय मौर्य के घर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

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गोरखपुर/देवरिया । पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुये उप्र के देवरिया जिले के सीआरपीएफ जवान विजय मौर्य के घर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे। मुख्यमंत्री सोमवार को मौर्य के पैतृक गांव जयदेव छपिया पहुंचे। वह शहीद के घर पर उसके परिवार के साथ करीब 20 मिनट तक रहे और परिजन को सांत्वना दी। हालांकि शहीद की पत्नी विजय लक्ष्मी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री उसके घर पहुंचे लेकिन उससे बात नहीं की। शनिवार 16 फरवरी को शहीद विजय मौर्य का पार्थिव शरीर जब गांव आया था तो शहीद की पत्नी ने तब तक अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था जब तक मुख्यमंत्री उसके घर न आ जायें। उस समय अधिकारियों ने उसे समझा कर किसी तरह से अंतिम संस्कार करवाया था और आज मुख्यमंत्री शहीद के घर पहुंचे।

योगी ने शहीद की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रद्धंजलि दी। इस बीच ग्रामीण ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाते रहे। मुख्यमंत्री ने शहीद के पिता रामायण मौर्य और पत्नी विजय लक्ष्मी से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि पुलवामा के शहीदों का बलिदान व्यर्थ नही जायेगा और भारत इसका मुंहतोड़ जवाब देगा उन्होंने कहा कि शहीद जवानों के प्रति पूरे देश में सम्मान का भाव है। जिन लोगों ने भी इस घटना को अंजाम दिया है, सरकार एक- एक को चुन- चुन कर उनसे निपटेगी। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए पूरा देश तैयार है तथा यह सामूहिक लड़ाई है। योगी ने कहा कि केन्द्र सरकार इस घटना को लेकर गंभीर है। प्रधानमंत्री ने भी बार- बार कहा है कि देश के जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं होने दिया जाएगा। जो भी लोग इस साजिश का हिस्सा हैं, उनसे निपटने की तैयारी हो रही है। इस मामले में सरकार बहुत सख्त कार्रवाई करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद के गांवों के विकास और परिवारजनों को सुविधाएं देने का निर्देश संबंधित जिलों के अधिकारियों को दिया गया है। बाद में शहीद की पत्नी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा मुझे तसल्ली है कि कम से कम मुख्यमंत्री मेरे घर आये, लकिन इस बात का दुख है कि उन्होंने मुझ से बात नहीं की । मैं शहीद की पत्नी हूं और मैं वहां बैठी थी लेकिन उन्होंने मुझसे नही पूछा कि मेरी डेढ़ साल की बेटी का अब क्या होगा। शहीद के पिता रामायण मौर्य ने कहा उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मेरे घर आये । मैंने उनसे निवेदन किया कि मेरा दूसरे बेटे ने एमएससी की पढ़ाई की है और वह एक प्रायवेट कंपनी में काम करता है, उसे सरकारी नौकरी दिला दी जाये।’’

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