नई दिल्ली : राफेल डील को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच संसद के शीतकालीन सत्र में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने विस्तार से सरकार का पक्ष रखते हुए कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। रक्षा मंत्री ने नियम 193 के तहत चली चर्चा के दौरान आरोप लगाया कि एच ए एल मामले में फंसी कांग्रेस पार्टी घड़ियाली आंसू बहाती है और राफेल विमान को लेकर उसकी मंशा ही साफ नहीं थी। रक्षामंत्री ने कहा कि खरीद संख्या को लेकर गुमराह कर रही है कांग्रेस पार्टी। हमने विमानों की संख्या बढ़ाकर 18 से 36 की। कांग्रेस 136 नहीं बल्कि 18 विमान खरीद रही थी.
कांग्रेस के जमाने की पूरी प्रक्रिया के प्रत्येक स्टेप का खुलासा करते हुए रक्षा मंत्री आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के रक्षा मंत्री ने राफेल को ख़रीडनेन्का इंटरेस्ट नहीं दिखाया। जानबूझ कर डिले किया। केवल और केवल पैसे के कारण इसको डिले किया गया।
अब हमने जो एग्रीमेंट किया है उसके अनुसार अब 2019 में पहला विमान मिल जाएगा।
उन्होंने लगातार आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के जमाने में व्यक्तिगत कफनों से डील किया जाता रहा ।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि वास्तव में एच ए एल के लिए घड़ियाली आंसू बहाने वाले कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और मललिकार्जुन खड़गे के लिए एच ए एल तो अमेठी में है। वे बेंगलुरु जाते हैं एच ए एल के कर्मियों को भड़काने के लिए।
अपने जमाने में उन्होंने इस सरकारी कंपनी की समस्या हल करने का कोई कदम नहीं उठाया।
रक्षा मंत्री ने वर्तमान सरकार में लगभग एक लाख करोड़ का ऑर्डर एच ए एल को देने का दावा किया।
राहुल के आरोप पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- आप किसी खास खानदान से होने की वजह से कोई पीएम को चोर नहीं कह सकता, मुझे झूठा नहीं कह सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार झूठ बोल रही है
मार्च 9 को कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा था कि कांग्रेस फ्रांस के लोगों के साथ डिफेंस के बारे में कोई बात नहीं करेगा क्योंकि यह भारत का आंतरिक मामला है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के तब के बयान की चर्चा करते हुए कहा कि उनको फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने उनसे कहा था कि राफेल की कीमत बताने में कोई प्रतिबंध नहीं है। रक्षा मन्त्री ने पूछा कि कांग्रेस प्रवक्ता और राहुल गांधी के बयानों में विरोधाभास है। इससे पता चलता है कि ये लोग संसद में कुछ बोलते हैं और संसद के बाहर कुछ और बोलते हैं। इससे झूठ का पर्दाफाश होता है।
कांग्रेस के सांसदों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया कि राहुल गांधी बोलना चाहते हैं। लेकिन लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उन्हें रोका और कहा कि रक्षा मंत्री के बोलने के बाद उन्हें 2 मिनट का मौका मिलेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोप के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण बोलीं-ऑफसेट के लिए 2013 की UPA की पॉलिसी का ही पालन किया गया, हमने इसमें कोई चेंज नहीं किया।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि एचएएल से कांट्रैक्ट छीनकर अनिल अंबानी को क्यों दिया। दूसरा सवाल कि प्राइस कैसे बढ़ा, तीसरा सवाल कि पडोसी देश ज्यादा खतरनाक हैं तो आपने राफेल की संख्या क्यों कम की।
रक्षा मंत्री ने पूछा कि 2004 से 14 तक कांग्रेस को देश की सुरक्षा की चिंता नहीं थी।
कांग्रेस को कमीशन नहीं मिला इसलिए उन्होंने खरीद नहीं की।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा-फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद ने मुझे बताया था कि अनिल अंबानी की कंपनी का नाम भारत की तरफ से सुझाया गया था
– राफेल पर रक्षा मंत्री के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बयान दे रहे हैं उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने कहा था कि आप मुझपर आरोप लगा रहे हैं तो मैं बता दूं कि मैं आपपर नहीं मैं मोदीजी पर आरोप लगा रहा हूं।
-रक्षा मंत्री बोलीं-दाम का खुलासा करना सौदे की प्रक्रिया और शर्तों का उल्लंघन होता लेकिन कांग्रेस के लोग इस बात को समझ नहीं रहे हैं
-रक्षा मंत्री बोलीं-पहले राफेल विमान की आपूर्ति 2019 में हो जाएगी, 36 विमानों के बेड़े का आखिरी विमान 2022 में आ जाएगा
-रक्षा मंत्री बोलीं- एचएएल से करार नहीं होने पर घड़ियाली आंसू बहा रही है कांग्रेस, अपनी सरकार में अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर का सौदा एचएएल को क्यों नहीं दिया
रक्षा मंत्री बोलीं- कांग्रेस ने राफेल मुद्दे पर पूरा अभियान झूठ के आधार पर चलाया और वह संसद के अंदर और बाहर देश को गुमराह कर रही है
-रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- कोर्ट ने दाम ना बताने पर टिप्पणी की है, संवेदनशीलता के चलते दाम बताना ठीक नहीं है।कांग्रेस इसको लेकर बेवजह की हंगामा कर रही है।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण बोलीं- सुप्रीम कोर्ट ने राफेल सौदे पर सवाल नहीं उठाया है और किसी भी पक्ष को लाभ देने की बात साबित नहीं हुई है।
-रक्षा मंत्री बोलीं- कांग्रेस पार्टी हर बार अलग अलग दाम बताती है। 526 करोड़ का दाम कांग्रेस को कहां से मिला, कांग्रेस किस आधार पर ये दाम बता रही है।
रक्षा मंत्री बोलीं-कांग्रेस के दाम से कम हैं हमारे चुकाए दाम, हमने नौ फीसदी सस्ते राफेल खरीदे, कांग्रेस ना जाने कहां से दाम ले आई है।
-रक्षा मंत्री ने कहा बेसिक दाम को हम सार्वजनिक कर चुके हैं, राफेल का बेसिक दाम 670 करोड़ बताया है। राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते।
-रक्षा मंत्री ने कहा कि ये बहस देश की सुरक्षा से जुड़ी है, वायुसेना प्रमुख को कांग्रेस ने झूठा कहा और राफेल डील को लेकर मुझपर भी तंज कसे गए।
-रक्षा मंत्री ने कहा कांग्रेस ने हताशा में संसद में कागज के राफेल उड़ाए
-सिद्धू के पाकिस्तान दौरे पर रक्षा मंत्री का बयान कहा -‘पाकिस्तान जाकर बोले मोदी सरकार हटाइए’
– रक्षा मंत्री ने राहुल गांधी के बयान का हवाला दिया और कहा कि कि सदन में और सदन के बाहर अलग अलग बाते हुई हैं।
स्पीकर थोड़ी देर में राहुल गांधी को बोलने का मौका देंगी, बीजेपी ने राहुल को बोलने का मौका देने पर आपत्ति जताते हुए विरोध किया।
-राहुल का नाम लेने पर कांग्रेस सदस्यों ने आपत्ति जताई और हंगामा जताया।
-राफेल डील पर रक्षा मंत्री का जबाब के बाद राहुल गांधी ने स्पीकर से जबाब देने की इजाजत मांगी मगर स्पीकर ने इंकार कर दिया।
-रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इमरजेंसी खरीद में 36 विमान खरीदे जाते हैं। वायुसेना की सलाह पर हमने 36 विमान खरीदे।
-1982 में भी 36 मिग -23 जल्दी में खरीदे गए थे। रक्षामंत्री ने कहा कांग्रेस ने कभी भी सेना की जरूरतों को नहीं समझा, यूपीए बताए कि क्यों ला सकी राफेल विमान।