बांध भूमि अधिग्रहण के मुआवजे को लेकर गांव धनकोट में हुई महापंचायत

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महापंचायत में जुटे दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसान

किसानों ने की सर्कल रेट से चार गुणा अधिक मुआवजा और समय सीमा तय करने की मांग

परिवर्तन संघ के अध्यक्ष राकेश दौलताबाद ने की महापंचायत की अध्यक्षता

योगेंद्र यादव समर्थकों ने भी दिया किसानों को समर्थन

गुडगाँव : सरकार द्वारा प्रस्तावित दिल्ली हरियाणा के बीच नजफगढ़ ड्रेन पर 100 एकड़ में बनने वाले बांध भूमि अधिग्रहण के लिए प्रभावित किसानों द्वारा आज धनकोट गांव में महापंचायत करते हुए मुआवजे की राशि चार गुणा अधिक मांग करने पर अपनी सहमती जताई। आज की पंचायत की अध्यक्षता परिवर्तन संघ के अध्यक्ष राकेश दौलताबाद द्वारा की गई, जिन्होंने पिछले 40 वर्षो से ड्रेन के पानी में डूबी करीब साढ़े 5 हजार एकड़ भूमि का मुद्दा सोशल मिडिया पर उठाते हुए आज क्षेत्र के किसानों को एकजुट करने का कार्य किया और भूमि अधिग्रहण के लिए शर्तों के आधार पर जमीन दिलाने पर सहमती दिलाई।
महापंचायत में लोगों ने कहा कि गुडग़ांव तथा मानेसर में बने फ्लेटों से सरकार करोड़ों रूपये टेक्स वसूलती है, लेकिन उन्ही फ्लेटों से करोड़ों टन में मल व कचरा ड्रेन के माध्यम से नजफगढ़ ड्रेन में छोड़ा जाता है, जोकि किसानों की उपजाऊ भूमि को पानी में डुबो देती है और फसल उगाने वाली जमीन को खराब कर देती है। लोगों ने एसटीपी प्लांट लगाये जाने की मांग की जिसके बाद उस पानी को ड्रेन में छोड़ा जाएं, ताकि उस पानी का आगे जाकर सही प्रयोग हो सके।

इस अवसर पर योगेन्द्र यादव समर्थक भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस बात को नही सुनेगी तो देश के सबसे बड़े वकील प्रशांत भूषण इस केश को कोर्ट मे किसानों के हक में मुफ्त में लड़ेगें। परिवर्तन संघ के अध्यक्ष राकेश दौलताबाद ने कहा कि जल्द इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ प्रभावित किसानों के साथ मिलकर मुलाकात करेगें। इसके लिए एक कमेटी भी गठीत की जायेगी और अपनी मांगों का ज्ञापन सरकार को सौपेगें।

धनकोट में आयोजित महापंचायत में ड्रेन के लिए अधिकृत की जाने वाली भूमि के किसानों ने अपनी मांगे रखते हुए कहा कि सरकार इस प्रस्ताव को विधानसभा में विशेष अधिवेशन लाकर प्रमुखता से उठाये और अगले 3 महीने में सर्कल रेट से चार गुणा रेट पर भूमि अधिकृत करते हुए किसानों को राहत दिलाने का कार्य करे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को राजनेतिक नही बनने दिया जाएगा। आज केवल प्रभावित किसान ही इस महापंचायत में एकत्रित हुए है, अगली बैठक में हजारों की संख्या में लोग जुटेगें।

महापंचायत में भवानी एन्क्लेव के टूटे मकानों के पीडि़तों की एकता की मिशाल पेश करते हुए अपनी मांग मनवाने की बातें कही गई। किसानों ने साफ कर दिया कि सरकार प्रस्तावित बांध प्रकिया के लिए अधिकृत की जाने वाली भूमि के सर्किल रेट से चार गुणा और समय सीमा तय करते हुए घोषणा कर कार्य आरम्भ करें। इस मौके पर चंदु, धनकोट, खेडक़ी, दौलताबाद, मोहम्मदहेड़ी, धर्मपुर, माक्डौला सहित कई गांवों के किसान मौजूद थे।

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