बाल भारती पब्लिक स्कूल, विष्णु गार्डन के वार्षिक समारोह का आयोजन
हरियाणा के पूर्व डीजीपी शील मधुर थे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
पूर्व डीजीपी ने विद्यार्थियों को आई पी एस बनने के टिप्स दिए
विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार सुभाष चौधरी ने बच्चों में मौजूद प्रतिभा को उभारने पर बल दिया
गुरुग्राम । अच्छी शिक्षा किसी भी व्यक्ति की असली सम्पदा है। आप क्या बनना चाहते हैं यह लक्ष्य आपको अभी तय करना होगा। अभिभावकों को भी इस दिशा में बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए। आवश्यक साधन मुहैया कराना अभिभावक का काम है जबकि अच्छी शिक्षा देना स्कूल की जिम्मेदारी। इसलिए एक तरफ अभिभावक अपने बच्चों के लिए अच्छे शिक्षण संस्थान का चयन करें और स्कूलों के प्रबंधक गुणात्मक शिक्षा देने की कोशिश।
यह विचार हरियाणा के पूर्व डीजीपी शील मधुर ने व्यक्त किया। श्री मधुर शनिवार को गुरुग्राम के विष्णु गार्डेन स्थित बाल भारती पब्लिक स्कूल के वार्षिक समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस देश में हर धर्म , जाति सम्प्रदाय और वर्ग के बच्चों के लिए समान अवसर उपलब्ध है। कोई भी अपनी मेहनत व लगन के बल पर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। इसलिए बच्चों को अपने को लक्ष्य को निर्धारित कर उसे हासिल करने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए सुझाव दिया कि शिक्षकों को भी समयानुसार स्वयं को अपग्रेड करने की जरूरत है। इससे संसार में हो रहे बदलाव के अनुसार वे विद्यार्थियों को तैयार कर पाएंगे।
पूर्व डीजीपी ने रोजगार मूलक शिक्षा पर बल देते हुए बाल भारती पब्लिक स्कूल के निदेशक राजेन्द्र सिंह, स्कूल के प्राचार्य और सभी शिक्षकों के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि हर्ष कुमार जैसे तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में स्थापित युवा प्रोफेशनल भी इस स्कूल को शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक बदलाव के अनुरूपण सभी आवश्यक प्रशिक्षण देते हैं। उन्होंने बच्चों से उनके लक्ष्य के बारे में पूछा तो अधिकतर ने आईपीएस बनने की इच्छा जताई। इस पर श्री मधुर ने उन्हें आई पी एस बनने के टिप्स दिए।
उल्लेखनीय है कि बालभारती पब्लिक स्कूल , विष्णु गार्डेन, गुरुग्राम में प्रति वर्ष वार्षिक समारोह का आयोजन किया जाता है। इस प्रकार के समारोह में बड़ी हस्तियों को आमंत्रित कर बच्चों के सामने एक रोल मॉडल प्रस्तुत कर छात्र व छात्राओं को अलग अलग क्षेत्र में आगे बढ़ने को प्रेरित करते हैं। इस बार इस खास समारोह के मुख्य अतिथि हरियाणा के पूर्व डीजीपी शील मधुर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे जबकि विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार सुभाष चौधरी मौजूद थे। स्कूल के निदेशक राजेन्द्र सिंह ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ व मोमेंटो देकर सम्मानित किया और कार्यक्रम में शामिल होने पर आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ठ अतिथि, वरिष्ठ पत्रकार सुभाष चौधरी ने अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए अच्छे शिक्षण संस्थान का चयन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अमीर परिवार का बच्चा हो या गरीब परिवार का सभी को प्रकृति ने समान क्षमता दी है। सभी में कुछ न कुछ विशेष प्रतिभा होती है उसे पहचान कर उभारने की जरूरत है। इसमें मां और शिक्षक दोनों अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। आज संसार में विविध क्षेत्रों में संभावना असीम है। किसी भी क्षेत्र में मेहनत करने वाला आगे बढ़ कर नाम कमा सकता है।
उन्होंने बताया कि लक्ष्य हासिल करने का जज्बा होना चाहिए। यह खुशी का विषय है कि बल भारती पब्लिक स्कूल इस क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण दे रहा है। उनका कहना था कि आज के इस कार्यक्रम से यह साबित हो गया है कि बाल भारती का नाम शीघ्र ही गुरुग्राम के चंद अग्रणी स्कूलों में शामिल होगा । श्री चौधरी ने देश के निर्माण में बालक व बालिका दोनों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने सभी महिला अभिभावकों से बालिका शिक्षा को लेकर जागरूकता पैदा करने का भी आह्वान किया।
इससे पूर्व स्कूल के बच्चों ने सभी अतिथियों के स्वागत में स्वागत गान प्रस्तुत किया। स्वागत गान के बोल थे सुर से सुर मिला कर आये मंगल गान … । 9 वीं कक्षा के छात्र तनुज भारद्वाज ने भारतीय संविधान के संबंध में प्रसिद्ध कवि हरि ओम पंवार की कविता के छन्दों से वर्तमान परिस्थिति की व्यख्या की। उसने बेहद सधे अंदाज में राजनीतिक एवं सामाजिक परिस्थिति को दर्शाया। कविता के शब्दों के द्वारा व्यक्ति के अधिकार और कर्तव्य के बीच अंतर भी बताया। सड़कों से संसद तक की स्थिति बयां की।
गलती से मिस्टेक गीत पर छोटे छोटे बच्चों ने रंग विरंगे परिधानों में प्रस्तुति दी। स्वभाव निश्छल बच्चों के कार्यक्रम में मौजूद अभिभावक और अतिथि मंत्र मुग्द्ध हो गए। इसके बाद कदम से कदम गीत पर आधारित देश भक्ति प्रस्तुति देकर छात्रों ने दुश्मन का दिल हिला देने वाला फौलादी आत्मबल का प्रदर्शन किया।
वार्षिक समारोह के पूरे आयोजन में एक से बढ़ कर एक सुंदर औऱ सारगर्भित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारत विविधताओं का देश है इस बात का सहज ही आभास हो रहा था। विविधताओं का दर्शन कराने के लिए पहले बच्चों ने हिमाचल प्रदेश की संस्कृति पर आधारित आकर्षक प्रस्तुति दी। गीत के बोल नाचना गाना बजाना हो.. पर हिमाचली परिधान में बच्चे झूम रहे थे। अगली प्रस्तुति में छात्र व छत्राओं ने गुजरात राज्य के एक नृत्य के माध्यम से वहां की संस्कृति का परिचय कराया। मिल जाये अगर तेरा साथ तो … गीत बेहद कर्णप्रिय थे।
हरियाणा में वर्षों से रही सामाजीक विकृति के प्रति जागरूक करने वाले आज गर्व में चीख रहे सै बेटी हिन्दुस्तान की …. गीत पर बालिकाओं ने समाज को अपनी सोच बदलने की गंभीर सीख दी जबकि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के प्रति सजग किया।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में बच्चों द्वारा शिक्षा का महत्व दर्शाने के लिए एक लघु नाटिका प्रस्तुत की गयी।शिक्षा नामक इस नाटिका के माध्यम से बेटी को शिक्षित करने को प्रेरित करने का सारगर्भित संदेश दिया गया। सभी पात्र पूरी तन्मयता के साथ अपने अभिनय को प्रदर्शित कर रहे थे। मायके और ससुराल दो परिस्थितियों में बालिकाओं के साथ क्या व्यवहार होता है इसकी व्याख्या भी भलीभांति की गई। समारोह को यादगार और आनंद दायक बनाने के लिए पंजाबी भांगड़ा नृत्य भी किया गया जिस पर अभिभावक और बच्चे जम कर थिरके ।
इस अवसर पर बल भारती पब्लिक स्कूल के सभी वर्गों में वर्ष 2017-2018 के दौरान अव्वल आये बच्चों को मोमेंटो और सर्टिफिकेट देकर मुख्य अतिथि पूर्व डीजीपी शील मधुर ने पुरस्कृत किया। इनमें अपने अपने वर्ग में प्रथम द्वितीय और तृतीय आने वाले विद्यार्थी साथ ही कला, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में और खेलों में अव्वल आये बच्चे शामिल थे।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त पुलिस निरीक्षक दिल्ली पुलिस बलबीर सिंह सहित दर्जनों गणमान्य व्यक्ति , स्कूल की प्राचार्य व सभी शीलशिकाएँ एवं सैकड़ों अभिभावक मौजूद थे।
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