केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत खेमे के मंत्री व भाजपा विधायकों ने सीएम मनोहर लाल के खिलाफ मोर्चा खोला, उपेक्षा का आरोप लगाया, राष्ट्रीय अध्यक्ष से करेंगे शिकायत

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कथित फर्जी डिग्री वाले केबिनेट मंत्री को संरक्षण देने का लगाया आरोप

विकास कार्यों में राव इंद्रजीत समर्थक विधायकों को नहीं मिलती है तवज्जो

सुभाष चौधरी

गुरुग्राम। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह खेमे के एक मंत्री सहित भाजपा विधायकों ने सोमवार शाम प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। शहर के सिविल लाइन स्थित एक निजी होटल में प्रैसवार्ता आयोजित कर प्रदेश के मुखिया के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते हुए प्रदेश के एक मंत्री, 3 विधायकों, नगर निगम की मेयर एवं पूर्व मेयर की मौजूदगी में पटौदी की विधायिका विमला चौधरी ने मुख्यमंत्री पर इस खेमे के नेताओं की अनदेखी का आरोप लगाया। पिछले वर्षों में जिले के सभी कार्यक्रमों में अक्सर साथ रहने वाली महिला विधायक और गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद ने आज जमकर भड़ास निकाली और सीएम के उपेक्षापूर्ण व्यवहार की शिकायत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री रामलाल और पार्टी के प्रदेश प्रभारी से करने का दावा किया। उनकी ओर से इस आशय की एक विज्ञप्ति भी जारी की गई।

उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम मनोहर लाल ने पिछले दिनों गुरुग्राम रेवाड़ी व नांगल चौधरी का दौरा किया जिसमें भाजपा के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की और पार्टी में गुटबाजी को बढ़ावा दिया।रेवड़ी रोड शो, पाटौदी जनसभा हो या नांगल चौधरी जनसभा सभी जगह जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित नही किया गया। विधायक विमला चौधरी ने सीएम की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि उनकी इस कार्यशैली से भाजपा के विधायकों में जबरदस्त रोष है। उन्होंने बेहद सख्त शब्दो का प्रयोग करते हुए यहां तक कह दिया कि मुख्यमंत्री के कामकाज के तौर तरीके के कारण ही प्रदेश में भाजपा का जनाधार घटता जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि गत 22 दिसम्बर को पटौदी विधानसभा क्षेत्र के गांव लोकरा में आयोजित की गई जनसभा के दौरान जनसभा के लिए उन्हें आमंत्रित तक नहीं किया गया, जबकि इस पटौदी विधानसभा क्षेत्र से ही वह विधायक हैं । उनका कहना था कि वे उस दिन क्षेत्र में भी मौजूद थी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सांसद सहित अन्य लोगों को भी मुख्यमंत्री द्वारा अनदेखा किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के लोगों में काफी रोष है। रेवाड़ी रोड शो की चर्चा करते हुए महिला विधायक ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया इस क्षेत्र के सांसद को भी इस शो में शामिल करने की आवश्यकता मुख्यमंत्री ने महसूस नहीं की। यह कार्यशैली पार्टी को कमजोर करने वाली है ।

उनकी शिकायत है कि जिले या संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों के शिलान्यास पर सांसद से लेकर विधायक, नगर निगम की मेयर आदि के नाम की पट्टिकाएं नहीं लगाई जाती हैं। विमला चौधरी ने कहा कि मेरी उपेक्षा किए जाने पर काफी दुख महसूस हुआ है। मेरे साथ किए गए इस व्यवहार के बाद करीब 2 दर्जन विधायकों के फोन आए हैं। विमला चौधरी ने आरोप लगाए कि उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहरलाल के पास फोन भी किया, लेकिन मेरे फोन को उन्होंने रिसीव नहीं किया।

पत्रकार वार्ता में विधायकों व मेयर का तो यहां तक कहना था कि सीएम मनोहर लाल अब पूर्व मुख्यमंत्रियों की राह पर चल रहे हैं और पार्टी को अपनी मुट्ठी में रखना चाहते हैं जो पार्टी हित में नहीं है।

उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को न केवल हाईकमान के समक्ष रखेंगी, बल्कि क्षेत्र के सांसद राव इंद्रजीत से भी बातचीत करेंगी।

प्रैसवार्ता के दौरान नगर निगम की मेयर मधु आजाद ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री के प्रत्येक कार्यक्रम में शामिल होती हैं, लेकिन उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी जाती। उन्होंने निगमाधिकारियों पर भी आरोप लगाए कि अधिकारी न केवल उन्हें, बल्कि पार्षदों की बातों को भी अनसुनी करते हैं। यदि वे किसी बात के लिए अधिकारियों से कोई शिकायत करती हैं तो उन्हें हर समय झूठा आश्वासन देकर टरका दिया जाता है, जबकि नियमानुसार अधिकारियों को मेयर की बात को सुनकर उस पर अमल करना चाहिए।

चक्करपुर के पूर्व सरपंच व भाजपा के जिला महामंत्री रहे अनिल यादव ने कहा कि आज पटौदी की विधायिका विमला चौधरी की उपेक्षा की गई है और आने वाले समय में किसी अन्य प्रतिनिधि को भी इसी स्थिति से गुजरना पड़ सकता है । मुख्यमंत्री की भेदभाव वाली नीति जनता को रास नहीं आ रही है।

उन्होंने आरोप लगाय कि प्रदेश के मुख्यमंत्री एक केबिनेट मंत्री के इशारे पर पार्टी को तोडऩे का कार्य कर रहे हैं। कई बार किसी क्षेत्र में विकास कार्य होता है तो उस क्षेत्र के पार्षद को जानकारी तक नहीं दी जाती और मंत्री महोदय समय से पूर्व जाकर वहां पर शिलान्यास करके आ जाते हैं। मैंने पिछले 30 वर्षों में विभिन्न पदों पर रहकर पार्टी को मजबूत किया है। किसी समय में प्रदेश के केबिनेट मंत्री राव नरवीर के नजदीक रहने वाले भाजपा नेता ने तो यहां तक आरोप लगाए कि प्रदेश के इस मंत्री के पास फर्जी डिग्री है।

जब उनसे कहा गया कि मंत्री के नाम का खुलासा करें तो उन्होंने राव नरवीर सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास फर्जी डिग्री है। उन्होंने अन्य राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि जब भी किसी मंत्री पर फर्जी डिग्री का आरोप लगाया गया तो उनकी सरकारों ने न केवल उचित कार्यवाही की, बल्कि उन्हें पार्टी से भी बाहर का रास्ता दिखाया। उन्होंने सवाल किया कि आश्चर्य की बात है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल फर्जी डिग्री की जांच कराने की बजाय निजी मामला बताकर चुप क्यों बैठे हैं।

प्रैसवार्ता के दौरान पत्रकारों द्वारा बार-बार पूछने पर प्रदेश के मंत्री बनवारीलाल ने कहा कि फर्जी डिग्री के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि आज विधायिका विमला चौधरी को नजरअंदाज किया गया है भविष्य में किसी और को भी नजरअंदाज किया जा सकता है।

प्रैसवार्ता के दौरान कौसली के विधायक व पूर्व मत्री विक्रम सिंह ठेकेदार, नारनौल के विधायक ओमप्रकाश, नगर पालिका हेलीमंडी के चेयरमैन सुरेश यादव, पटौदी चेयरमैन चंद्रभान, ब्लॉक समिति के राकेश यादव, नगर निगम पार्षद अश्विनी शर्मा, रविंद्र यादव, नीरज यादव, राजेश यादव, जिला पार्षद विरेंद्र यादव, धर्मेंद्र, विजय शैंटी, कन्हई के सरपंच सतीश यादव, भाजपा प्रदेश सचिव मनीष मित्तल आदि मौजूद रहे।

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