भुवनेश्वर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ओडिशा दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने ओडिशावासियों को कई सौगात दीं। पहले उन्होंने भुवनेश्वर स्थित आइआइटी कैंपस का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम ने बरहमपुर स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड रिसर्च का शिलान्यास किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने ऊर्जा गंगा योजना के तहत पारादीप-हैदराबाद पाइप लाइन कार्य का भी शुभारंभ किया।
इस दौरान संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ जनता के स्वास्थ्य पर भी केंद्र सरकार पूरी गंभीरता से ध्यान दे रही है। इसी भावना के साथ खोरधा-भुवनेश्वर में बने ईएसआईसी अस्पताल में हुए विस्तारीकरण का काम भी पूरा किया जा चुका है और आज आधुनिक सुविधाओं से युक्त इस अस्पताल को भी जनता के लिए समर्पित किया गया है।
मोदी ने आगे कहा, ‘आज आइआइटी भुवनेश्वर को युवाओं के लिए समर्पित करने का सौभाग्य मुझे मिला है। इसके निर्माण में 1260 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। ये भव्य कैंपस आने वाले समय में ओडिशा के नौजवानों के सपनों के सेंटर तो बनेगा ही, यहां के युवाओं के लिए रोज़गार का नया माध्यम भी सिद्ध होगा।’वहीं, 75.3 करोड़ रुपये की लागत से भुवनेश्वर में बने ईएसआइ अस्पताल को 100 बेड प्रदान करने का कार्यक्रम है। उक्त सभी योजनाओं का लोकार्पण भुवनेश्वर स्थित आइआइटी कैंपस से होगा।
इसके साथ ही ऊर्जा गंगा योजना के तहत पाइप लाइन कार्य की भी शुरुआत की। इस अवसर पर पीएम मोदी ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आखिर ओडिशा के होनहार युवा, अपना घर छोड़ने को, पलायन को मजबूर क्यों हैं? आखिर ओडिशा की बहनें, यहां के बच्चे, कुपोषण का निरंतर शिकार क्यों हो रहे हैं।
आखिर राज्य में डॉक्टरों के आधे से ज्यादा स्वीकृत पद खाली क्यों हैं? आखिर जब देश में स्वच्छता का दायरा 97% हो चुका है, तब ओडिशा खुले में शौच से मुक्ति के अभियान में पीछे क्यों रह गया? उन्होंने कहा कि हमारा एक ही लक्ष्य है- ओडिशा का चौतरफा विकास, ओडिशा के लोगों का, यहां के नौजवानों, महिलाओं, किसानों, और उद्यमियों का विकास। प्रधानमंत्री ने कहा कि ओडिशा में नेशनल हाईवे की लंबाई 10000 किलोमीटर तक करने का लक्ष्य है।
सड़कों का जाल बिछने से भी ओडिशा के उद्योगों को फायदा हो रहा है, तेल और गैस के बिजनेस में ओडिशा का भविष्य काफी उज्जवल है। उन्होंने कहा कि राज्य में 1200 KM. की पाइपलाइन लोगों की जरूरतों को पूरा करेगी।उन्होंने कहा कि ओडिशा पूर्वी भारत का पेट्रोलियम हब बनने जा रहा है।