आगरा। फतेहपुरसीकरी क्षेत्र के बीजेपी विधायक उदयभान सिंह ने एसडीएम किरावली गरिमा सिंह को डांट लगाने पर सफाई दी है। उदयभान सिंह ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, किसान अपनी परेशानियां लेकर एसडीएम के पास गए थे लेकिन उन्होंने किसानों से बहुत बुरी तरह से बात की। मैं मानता हूं कि मैंने एसडीएम को डांटा लेकिन मैंने उन्हें बेटी जैसा समझकर डांटा था।
इससे पहले खबर सामने आई थी कि उदयभान सिंह एसडीएम किरावली गरिमा सिंह से कुछ खराब अंदज में पेश आए थे। इसके बाद जनता ने एसडीएम मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। उदयभान सिंह ने गरिमा सिंह को डांटते हुए कहा था, ‘मेरी ताकत का अहसास नहीं है। जानती नहीं मैं विधायक हूं। लोकतंत्र की ताकत का अहसास नहीं है। आप सरकार के विरुद्ध काम कर रही हैं। आप मुझसे हेकड़ी में बात करेंगी। यह जताना चाहती हैं एसडीएम हैं। आपको मालूम नहीं मैं विधायक हूं।’
दरअसल, ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा न मिलने पर सैकड़ों किसान तहसील किरावली का घेराव करने पहुंचे थे। आक्रोशित किसानों ने भाजपा विधायक उदयभान सिंह को तहसील में घेर लिया। उनके सामने नाराजगी जताने लगे। नारेबाजी और हंगामा हो रहा था। शोर सुनकर एसडीएम किरावली गरिमा सिंह अपने कार्यालय से बाहर आ गईं। उन्होंने किसानों से कहा कि मेरे समझाने पर भी आप लोग मानने को तैयार नहीं हैं।
बैंक खाता संख्या मिलने पर आपको मुआवजा मिल जाएगा। आप लोग मान नहीं रहे हो। हंगामा कर रहे हैं। यह सुन विधायक चौधरी उदयभान सिंह आपा खो बैठे। गुस्से में आ गए। एसडीएम पर बसर पड़े। गुस्से में यह तक बोल दिया कि मेरी ताकत का अहसास नहीं है। विधायक हूं मैं। उनके बिगड़े बोल कैमरे में कैद हो गए। वीडियो चंद मिनट में ही आंधी की तरह वायरल हो गया।
विधायक ने एसडीएम से कहा कि जब शासन से मुआवजा राशि प्राप्त हो चुकी है, तो किसानों को मुआवजा क्यों नहीं दिया जा रहा। इस तड़का भड़की के बीच किसानों ने एसडीएम मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। भीड़ में अपने को अकेला देखकर एसडीएम सहम गईं। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि सत्ताधारी विधायक भरी भीड़ में उनके साथ अभद्रता करेंगे। इस गरिमा का ख्याल भी नहीं रखेंगे कि वह महिला हैं। सरकारी सेवक हैं। जनता की सेवा के लिए सरकार ने ही उन्हें तैनात किया है। वे सरकारी नियमों के तहत कार्रवाई कर रही हैं।