कानपुर : एसटीएफ ने अंतर्राज्यीय सॉल्वर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) ग्रुप डी की परीक्षा देने वाले तीन लोगों को धर-दबोचा है। पकड़े गए दो सॉल्वर बिहार की मेडिकल और एयरफोर्स की परीक्षा पास कर चुके हैं। तीसरा शख्स अभ्यर्थी है। इनके पास से फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी व एडमिट कार्ड बरामद किए गए हैं। गैंग के दो सरगना फरार हो गए हैं। एसटीएफ के कानपुर यूनिट प्रभारी घनश्याम यादव ने बताया कि कंप्यूटर इंस्टीट्यूट अनजिप टेक्नोलॉजी सेंटर पर सोमवार को दो पालियों में परीक्षा देते हुए दो सॉल्वरों को पकड़ा गया। इनमें प्रयागराज के हनुमानगंज के सुदनीपुर कलां निवासी राजेश कुमार भरतिया की जगह परीक्षा देते हुए बिहार औरंगाबाद के दाउदनगर निवासी नितीश कुमार और आनंद कुमार की जगह एग्जाम देने वाले बिहार मधुबनी के जयनगर निवासी दुर्गेश कुमार हैं। नितीश एयरफोर्स परीक्षा पास कर चुका है। 14 जनवरी को उसका मेडिकल होना था।
आरआरबी की परीक्षा में सॉल्वर गैंग का खुलासा, दो गिरफ्तार
दुर्गेश नीट की परीक्षा एक नंबर से पास नहीं कर सका। बिहार की मेडिकल परीक्षा बीसीईसीई में उसकी 24वीं रैंक आई थी। उसे एनएमसीएच मेडिकल कॉलेज पटना आवंटित किया गया है। अभ्यर्थी राजेश भी धरा गया है। कल्याणपुर थाने में इनके खिलाफ एफआईआर कराई गई है। उनको कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। मुख्य सरगना पटना के मुसहलमपुर हॉट निवासी कनक और यूपी सरगना प्रयागराज के उतरांआं निवासी फतुहा निवासी अंकित पांडे फरार है। उनकी तलाश की जा रही है। उधर अनजिप टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर का कहना है कि इन्हें पकड़कर एसटीएफ को सौंपा है।