जाट स्वाभिमान समिति के राष्ट्रीय महासचिव ने भाजपा अध्यक्ष से की जाट समुदाय को आरक्षण दिलाने की मांग
जाट समुदाय की जनसंख्या लगभग 28% से अधिक होने का किया दावा
मंत्री मनीष ग्रोवर के जातिविशेष के खिलाफ दिए बयान की निंदा की
गुरुग्राम। जाट स्वाभिमान समिति के राष्ट्रीय महासचिव एवं भाजपा नेता आरएस दहिया ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से अनुरोध किया है कि हरियाणा में जिस प्रकार भारतीय जनता पार्टी जाट समुदाय को दरकिनार करने में लगी है। उसके बड़े भारी दुष्परिणाम निकलेंगे इसका नतीजा हाल ही में हुए राजस्थान के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी देख चुकी है वहां पर जाट समुदाय की नाराजगी उन्हें बड़ी भारी पड़ी।
श्री दहिया ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से अनुरोध किया है कि वे हरियाणा की स्थिति पर नजर रखें और समय रहते हुए जाट समुदाय को उसका पूरा अधिकार दें और उनकी आरक्षण की मांग को तुरंत प्रभाव से पूरा करवाएं अन्यथा भारतीय जनता पार्टी को हरियाणा में भी राजस्थान से कहीं अधिक दुष्परिणाम भुगतना होगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग एक जाति विशेष को खराब करने पर तुले हुए हैं और प्रदेश में समाज का भाईचारा बिगाड़ने में लगे हुए हैं । जाट समुदाय की नाराजगी भारतीय जनता पार्टी को बहुत भारी पड़ सकती है क्योंकि प्रदेश में जाट समुदाय की जनसंख्या लगभग 28% से अधिक है और जाट समुदाय एक स्वाभिमानी समुदाय है लेकिन भारतीय जनता पार्टी यह बात समझ नहीं पाई है और उन्हें बहुत हल्के में ले रही है। अभी हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के मंत्री मनीष ग्रोवर ने जिस अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया और एक जाति विशेष के विरुद्ध लामबंद होने और जहर उगलते हुए हथियारों तक का इस्तेमाल करने को कहा ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को मनीष ग्रोवर के विरोध में तुरंत प्रभाव से एक्शन लेना चाहिए था लेकिन मुख्यमंत्री ने भी इस बात को हल्के में लिया और अपने आप को पंजाबी समुदाय का सबसे बड़ा हमदर्द बताते हुए मनीष ग्रोवर के साथ खड़े होने का परिचय दिया। इन सभी बातों की तरफ भाजपा हाईकमान को नजर रखनी चाहिए ताकि आने वाले समय में इसके दुष्परिणाम सामने ना आए क्योंकि हम पहले ही 3 प्रदेशों की सरकार गवा चुके हैं और आने वाला समय हरियाणा के लिए बहुत ही संवेदनशील समय है।
दहिया ने अमित शाह से अपील की है कि वे पिछड़े वर्ग में आरक्षण की मांग को तुरंत प्रभाव से पूरा करें ताकि जाट समुदाय पूर्ण रूप से भाजपा का साथ दे सके क्योंकि 2014 में भी जाट समुदाय ने बहुत बढ़-चढ़कर भाजपा के पक्ष में वोट दिया था लेकिन भाजपा जाट समुदाय का विश्वास जीतने में सफल नहीं रही।