भोपाल। मध्यप्रदेश में सरकार बनाने के लिए सपा-बसपा का समर्थन मिलने के बाद कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ इसके लिए राज्यपाल से मिलने के लिए राजभवन पहुंचे हैं। सरकार बनाने के लिए कमलनाथ ने कांग्रेस के पास 121 विधायकों के समर्थन का दावा पेश किया। वहीं इसके साथ ही एमपी का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर भी रस्साकशी शुरू हो गई है। वहीं दूसरी ओर एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने कहा कि दोपहर एक बजे कमलनाथ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करेंगे। यह एक सौजन्य भेंट होगी। उन्होंने बताया कि चार बजे पर्यवेक्षक एके एंटनी के साथ हमारे विधायकों की बैठक होगी और इस बारे में राहुल गांधी को जानकारी दी जाएगी। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री कमलनाथ ही होंगे। बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ को अपना समर्थन दिया है। इस मामले पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बातचीत जारी है।
वहीं कांग्रेस को सपा-बसपा का समर्थन मिलते ही भाजपा की सरकार बनाने की सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। शिवराज सिंह ने कहा कि स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण सरकार गठन का दावा पेश नहीं करेंगे। इसके बाद शिवराज सिंह ने राजभवन पहुंच कर राज्यपाल आनन्दी बेन को अपना इस्तीफा सौंपा। इस्तीफा देने के बाद शिवराज ने अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की कुछ पंक्तियां कहीं। “न हार में, न जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं…कर्तव्य पथ पर जो मिले, यह भी सही, वह भी सही…”। आगे उन्होंने कहा कि अब मैं मुक्त हूं, आय एम फ्री… मैं अपना इस्तीफा माननीय राज्यपाल को सौंप दिया है… हार की ज़िम्मेदारी सिर्फ मेरी है… मैंने कमलनाथ जी को बधाई दी है…”।