नीति व निर्णय पर राजनीति हावी नहीं : मोदी

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 2014 बैच के आईएएस अधिकारियों को प्रधानमंत्री की सलाह 

 

नई दिल्ली : वर्ष 2014 बैच के सहायक सचिव स्तर के अधिकारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नीति व निर्णय पर कभी भी राजनीति हावी नहीं होने दें.   इस सन्दर्भ में पीएमओ से एक बयान जारी कर बताया गया है कि वर्ष 2014 बैच के आई ए एस अधिकारियों को प्रधानमंत्री ने सलाह दी है कि वे टीम की तरह काम करने की भावना रखें. नीति पर राजनीति कभी हावी नहीं होने देने का सुझाव देते हुए उन्होंने बताया कि निर्णय लेने में दो कसौटियों का इस्तेमाल करें. पहला यह कि फैसले कभी राष्ट्रहित के खिलाफ नहीं होने चाहिए और दूसरा फैसलों से सबसे गरीब व्यक्ति को नुकसान नहीं होना चाहिए.  

 

तीन महीने का प्रशिक्षण पूरा कर लिया

 

उल्लेखनीय है कि 2014 बैच के सभी अधिकारियों ने सहायक सचिव के रूप में विभिन्न मंत्रालय में तीन महीने का प्रशिक्षण पूरा कर लिया है. सभी अधिकारियों ने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी), स्वच्छ भारत, ई-कोर्ट, पर्यटन, स्वास्थ्य और शासन में उपग्रहों के अनुप्रयोग जैसे विभिन्न विषयों पर मोदी के सामने आठ प्रस्तुतियां दी. प्रधानमंत्री इन युवा अधिकारियों की तारीफ की.

 

प्रतिभा को देख कर संतुष्टि मिली

 

बताया गया है कि मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार में सहायक सचिवों के तौर पर आईएएस अधिकारियों की तैनाती इस लिए सुझाई गई थी कि युवा एवं अनुभव के मेल से सर्वश्रेष्ठ नतीजा सामने आ सके. मोदी ने युवा अधिकारियों की प्रतिभा को देख कर कहा कि उन्हें संतुष्टि मिली कि उनका सपना साकार होने की ओर बढ़ रहा है.

 

सहायक सचिवों का दूसरा बैच

 

गौरतलब है कि मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी से फाउंडेशन कोर्स पूरा करने के बाद इन अधिकारियों ने खुद को आवंटित कैडर राज्यों में सेवाएं देने की बजाय एक अगस्त से केंद्र सरकार के 58 विभागों में सहायक सचिवों के तौर पर काम करना शुरू किया था. इन्हें संबंधित मंत्रालयों एवं विभागों की नीतियों एवं महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों से जुड़े अहम डेस्कों पर काम सौंपा गया था. सचिव स्तर के अधिकारियों के मार्गदर्शन में इन अधिकारियों ने सहायक सचिवों के तौर पर अपनी सेवाएं दी.

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार में सहायक सचिवों के रूप में आईएएस की करियर की शुरूआत करने वाला यह दूसरा बैच था. कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार केंद्र सरकार में अपनी तीन महीने के प्रसिक्षण के  दौरान उन्हें केंद्र सरकार के कामकाज की समग्र रूपरेखा से अवगत कराया गया.

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