अपहृत व्यवसायी पुत्रों ने किया खुलासा
पटना : पटना एयरपोर्ट से अपहृत दिल्ली के मार्बल व्यवसायी के दो पुत्र जो बिजनेस के सिलसिले में पटना आए थे और उनका अपहरण हो गया था। दोनों अपहृतों को रात के दो बजे लखीसराय के करजा थानाक्षेत्र के श्रृंगीऋषि इलाके से बरामद कर लिया गया है। दोनों भाईयों का अपहरण रंजीत डॉन ने किया था और चार करोड़ की फिरौती मांगी थी।
इस अपहरण मामले में पुलिस ने तीन अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है। एक अपराधी हथियार के साथ धराया है। अपराधियों के चंगुल से मुक्त हुए व्यसायी पुत्रों ने बताया कि पांच दिनों से उन्हें बेहोशी का इंजेक्शन दिया जा रहा था, पांच दिनों तक जंगल में हाथ पैर बांध कर रखा। सूखा भोजन कराता था। शौच के लिए भी नहीं छोड़ता था। इस दौरान फिरौती के लिए उनकी पिटाई भी की जाती थी।
एक अपराधी मनोज यादव, जो लखीसराय के बन्नू बगीचा का रहने वाला है वह पहले ही मौके से फरार हो गया था। इन दोनों भाईयों को अपहरण के बाद उसने ही अपने घर बन्नुबगीचा में दो दिनों तक रखा था। मनोज ने इसके बाद श्रृंगी ऋषि के पास कोल में छिपाकर इन दोनों को रखा था। पुलिस की भनक लगते ही अपहर्ता अपहृत व्यवसायी को नींद की सुई देकर भागना चाह रहा था लेकिन सफल नहीं हो सका।
पुलिस ने बताया कि लखीसराय के जंगल में छापामारी के दौरान अपहर्ताओं ने भागने के ख्याल से एक दर्जन राउंड फायरिंग की। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसके बाद रात के करीब दो बजे व्यसायी पुत्रों को मुक्त करा लिया गया।
? जिनकी गिरफ्तारी हुई :
पिंटू मंडल, सिंटू मंडल, बालूपर लखीसराय।
विक्रम, सिकंदरा, जमुई।
रंजीत : अथमलगोला, पटना।