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अन्नकूट पर सिलोखरा गांव में भंडारे का आयोजन वितरित किया प्रसाद

अन्नकूट के अवसर पर गोवर्धन पर्वत, गौ माता और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। डा. शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलधार वर्षा से बचने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर रखा था और इसके माध्यम से उन्होंने ब्रजवासियों की रक्षा की। इसके बाद जब सातवें दिन भगवान ने गोवर्धन पर्वत को नीचे रखा तब से हर साल इस दिन गोवर्धन पूजा के रुप में मनाया जाता है। इस दिन मंदिरों में विविध प्रकार की खाद्य सामग्रियों से एक खास प्रसाद बनाया जाता है जिसे अन्नकूट कहते हैं।
ब्रजवासियों का यह मुख्य त्यौहार सम्पूर्ण भारत में बड़े ही उत्साह और हर्सोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भक्तगण छप्पन प्रकार के पकवान, रंगोली, पके चावलों को पर्वत के आकार में बनाकर भगवान श्री कृष्ण को अर्पित करते हैं। इसके बाद श्रद्धा और भक्तिपूर्वक भगवान पूजा व वंदना की जाती है। वहीं बाल गोपाल को अर्पित इस महाप्रसाद को भोजन के रुप में ग्रहण किया जाता है।