नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने दावा किया कि पाकिस्तान और भारत के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली वार्ता इसलिए रद्द हो गई क्योंकि सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को विश्वास में नहीं लिया था। पिछले महीने सरकार ने न्यूयॉर्क में प्रस्तावित बैठक को रद्द कर दिया था।
जबकि 24 घंटे पहले ही उन्होंने इसके लिए हामी भरी थी। बैठक तीन पुलिसवालों की आतंकियों द्वारा हत्या किए जाने के बाद रद्द हुई थी। इसके अलावा पाकिस्तान ने आतंकी बुरहान वानी पर डाक टिकट जारी किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निर्णय लेने को केंद्रीकृत करने का आरोप लगाते हुए सिन्हा ने एक अखबार की रिपोर्ट का जिक्र किया। जिसमें यह दावा किया गया था कि बैठक इसलिए रद्द हुई क्योंकि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी से बातचीत करने से पहले पीएमओ को विश्वास में नहीं लिया। उन्होंने कहा, ‘इससे पता चलता है कि स्वराज की आवाज को सुना नहीं गया। यही वजह है कि उन्हें कई बार ट्विटर मंत्री कहा जाता है।’