पुलिस शहीदी दिवस 21 अक्टूबर को पुलिस के अमर शहीदों की किया जाएगा याद

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पुलिस शहीदी दिवस की पूर्व संध्या पर विशेष कार्यक्रम

पुलिस कर्मचारियों व उनके परिवारों हेतु मेडिकल कैम्प का आयोजन भी होगा

गुरुग्राम। कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस के अमर शहीदों को रविवार 21 अक्टूबर को सुबह आठ बजे गुरुग्राम पुलिस लाइन स्थित शहीद सम्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। उक्त जानकारी पुलिस शहीद फाउंडेशन, हरियाणा के संयोजक अध्यक्ष आर एल शर्मा एडवोकेट ने दी।

श्री शर्मा ने बताया कि पुलिस वेलफेयर को समर्पित संस्था पुलिस शहीद फाउंडेशन द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पुलिस कर्मचारियों व उनके परिवारों हेतु मेडिकल कैम्प का आयोजन जिला पुलिस लाइन में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आर्टेमिस हॉस्पिटल के सहयोग से मेडिकल कैम्प में बीपी, शुगर, ईसीजी, इको, नेत्र व हृदय जांच निःशुल्क रूप से की जाएगी। उसके साथ साथ जो पुलिस कर्मचारी सड़को पर डयूटी करते है, विशेषकर ट्रैफिक पुलिस के लिए मास्क भी पुलिस शहीद फाउंडेशन की ओर से दिए जाएंगे।

श्री शर्मा ने कहा जी पिछले वर्ष भी 21 अक्टूबर को जिला पुलिस को फाउंडेशन द्वारा 5 हजार मास्क दीये गए थे।
श्री शर्मा ने बताया कि रविवार 21 अक्टूबर को सुबह 8 बजे गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर श्री के के राव सभी पुलिस अधिकारियी ए

वम कर्मचारियों के साथ पुलिस लाइन में शहीद स्मारक पर सहीदो को पुष्प चक्र अर्पित करके श्रधांजलि देंगे। उसके पश्चात पुलिस शहीद फाउंडेशन द्वारा आयोजित मेडिकल कैम्प का सुभारम्भ अपने कर कमलों द्वारा करंगे। कार्यक्रम के दौरान ही पुलिस कमिश्नर द्वारा पुलिस के शहीदों के परिवार के सदस्यों को सम्मानित भी करंगे।

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क्यों मनाया जाता है पुलिस शहीदी दिवस ?
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पुलिस शहीद फाउंडेशन, हरियाणा के संयोजक अध्यक्ष आर एल शर्मा ने बताया कि आज से लगभग 58 वर्ष पहले 1959 में जेएंडके के लद्दाख इलाके के दुर्गम छेत्र में भारतीय पुलिस(सीआरपीएफ) की एक 21 जवानों की छोटी सी टुकड़ी ने चीन की विशाल सेना के साथ आमने सामने की भीषण लड़ाई में मातृ भूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देकर चीनी सेना को जोरदार शिकस्त देकर देश की सीमाओं की रक्षा की थी। तभी से प्रति वर्ष 21 अक्टूबर को देश के कोने कोने में दिवंगत शूरवीरों की स्मृति में पुलिस वेलफेयर के कार्य किये जाते है।
श्री शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 1966 में हरियाणा बनने के बाद से अब तक हरियाण पुलिस के लगभग 430 जवानों ने अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया है। पुलिस शहीद फाउंडेशन, हरियाण खाकी का सम्मान करते हुए उसकी कर्तव्यनिष्ठता को सलाम करता है।

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