अगस्‍त, 2018 में औद्योगिक विकास दर 4.3 फीसदी रही

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नई दिल्ली। अगस्‍त, 2018 में औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (आईआईपी) 127.4 अंक रहा, जो अगस्‍त, 2017 के मुकाबले 4.3 फीसदी ज्‍यादा है। इसका मतलब यही है कि अगस्‍त, 2018 में औद्योगिक विकास दर 4.3 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-अगस्‍त, 2018 में औद्योगिक विकास दर पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.2 फीसदी आंकी गई है।

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्‍वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा अगस्‍त, 2018 के लिए जारी किये गये औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक के त्‍वरित आकलन (आधार वर्ष 2011-12=100) से उपर्युक्‍त जानकारी मिली है। 14 स्रोत एजेंसियों से प्राप्‍त आंकड़ों के आधार पर आईआईपी का आकलन किया जाता है। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी), केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और उर्वरक विभाग भी इन एजेंसियों में शामिल हैं।

अगस्‍त, 2018 में खनन, विनिर्माण (मैन्‍युफैक्‍चरिंग) एवं बिजली क्षेत्रों की उत्‍पादन वृद्धि दर अगस्‍त, 2017 के मुकाबले क्रमश: (-) 0.4 फीसदी, 4.6 फीसदी तथा 7.6 फीसदी रही। उधर, अप्रैल-अगस्‍त 2018 में इन तीनों क्षेत्रों यानी सेक्‍टरों की उत्‍पादन वृद्धि दर पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में क्रमश: 3.9, 5.4 तथा 5.8 फीसदी आंकी गई है।

इस दौरान ‘फर्नीचर के विनिर्माण’ ने 29.2 प्रतिशत की सर्वाधिक धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘पहनने योग्‍य परिधान’ का नम्‍बर आता है जिसने 18.9 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। फर्नीचर को छोड़कर लकड़ी और कॉर्क की लकड़ी एवं उत्पादों के निर्माण की वृद्धि दर 12.7 प्रतिशत आंकी गई है। वहीं, दूसरी ओर ‘रिकॉर्डेड मीडिया की प्रिंटिंग एवं रिप्रोडक्‍शन’ ने (-) 19.2 प्रतिशत की सर्वाधिक ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है। इसके बाद ‘तम्‍बाकू उत्‍पादों के विनिर्माण’ और ‘कम्‍प्‍यूटर, इलेक्‍ट्रॉनिक एवं ऑप्टिकल उत्‍पादों के विनिर्माण’ नामक उद्योग समूहों का नम्‍बर आता है जिन्‍होंने क्रमश: (-) 17.0 और (-) 7.3 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि दर दर्ज की है।

उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार अगस्‍त, 2018 में प्राथमिक वस्‍तुओं (प्राइमरी गुड्स), पूंजीगत सामान, मध्‍यवर्ती वस्‍तुओं एवं बुनियादी ढांचागत/निर्माण वस्‍तुओं की उत्‍पादन वृद्धि दर अगस्‍त 2017 की तुलना में क्रमश: 2.6 फीसदी, 5.0 फीसदी, 2.4 फीसदी और 7.8 फीसदी रही। जहां तक टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान का सवाल है, इनकी उत्‍पादन वृद्धि दर अगस्‍त, 2018 में 5.2 फीसदी रही है। वहीं, दूसरी ओर गैर-टिकाऊ उपभोक्‍ता सामान की उत्‍पादन वृद्धि दर अगस्‍त, 2018 में 6.3 फीसदी रही।

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