गुरुग्राम। आज संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति की एक बैठक सेक्टर 7 एक्सटेंशन कैंप कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के संयोजक महावीर भारद्वाज ने बताया की 4 अक्टूबर को संघर्ष समिति ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा था। जिसमें निवेदन किया गया था कि हिंदुओं के महान पर्व नवरात्रों के दौरान गुरुग्राम में मीट की दुकानें बंद करने का आदेश पारित करें। लेकिन प्रशासन ने आश्वासन देने के बावजूद आज तक इस प्रकार के आदेश जारी नहीं किए हैं।
आज उपायुक्त को दिए गए ज्ञापन के संबंध में उपमंडल अधिकारी नागरिक से भेंट की तथा पदाधिकारियों का एक शिष्टमंडल नगर निगम के आयुक्त श्री यशपाल यादव जी से भी मिला। नगर निगम के आयुक्त ने इस बात को स्वीकार किया कि प्रशासन के पास नवरात्रों के दौरान मीट की दुकानें बंद करने का प्रावधान कानूनी रूप से है। लेकिन जिला प्रशासन के निर्णय को लागू करना ही उनका काम है।
संघर्ष समिति ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है की 10 अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले नवरात्रों के दौरान गुरुग्राम में मीट की दुकानें नहीं खुलने देंगे। संघर्ष समिति ने अपने प्रस्ताव में यह भी कहा की रमजान के महीने में प्रशासन ने संघर्ष समिति के सामने यह निवेदन किया था कि भाईचारे को कायम रखने के लिए 1 महीने तक खुले में पढ़ रही नमाज का विरोध संघर्ष समिति ना करें संघर्ष समिति ने अपनी परंपराओं और सहनशीलता का परिचय देते हुए प्रशासन के द्वारा रखी गई इस मांग को स्वीकार कर लिया था तथा रमजान के महीने के दौरान खुले में नमाज पढ़ने का कोई विरोध नहीं किया गया था।
समिति द्वारा पारित प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि प्रशासन रमजान के महीने की चिंता तो कर सकता है। लेकिन नवरात्रों में हिंदू समाज की भावनाओं का सम्मान करना वह अपना दायित्व नहीं समझता है। ऐसे में हिंदू समाज के युवकों ने नवरात्रों के दौरान मीट की दुकानें बंद करवाने का फैसला लिया है।
गौरतलब है कि गुरुग्राम में केवल 121 मीट की दुकानों को लाइसेंस दिए गए हैं जबकि 1000 से भी अधिक मीट की अवैध दुकानें इस समय मीट बेचने का काम कर रही है। संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति ने यह स्पष्ट किया जिला प्रशासन ने हिंदू समाज के लोगों को मीट की दुकानें बंद करने के लिए सड़कों पर उतरने का के लिए मजबूर किया है। हिंदू संघर्ष समिति ने यह चेतावनी दी है प्रशासन कि इस तुष्टीकरण की नीति को हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति की बैठक में राजीव मित्तल, ब्रह्म प्रकाश कौशिक, गौतम सैनी, अभिषेक गौड़, चेतन प्रकाश शर्मा,पूर्व न्यायाधीश अनिल कुमार विमल,नाथू सिंह सरपंच, श्याम सिंह ठाकरान, पूर्ण सिंह यादव,प्रमोद गुप्ता,अमित खट्टर ,संजय ठकराल तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।