नई दिल्ली। अंततः जनभावना के दबाव में केंद्र व राज्य सरकारों ने पाने कदम वापस खींचने शुरू कर दिए हैं। एक तरफ केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल के दाम में 2:50 रुपये की कटौती करने की घोषणा की थी और सभी राज्य सरकारों से इस दिशा में कदम उठाने का आह्वान किया था। इसका असर दिखने लगा। सभी भाजपा व भाजपा के सहयोगी दलों के शासित राज्यों की सरकारों ने कीमतों में कटौती का ऐलान किया है।
इसका असर बिहार में भी देखने को मिला जहां बिहार सरकार ने पेट्रोल के दाम में रु 2:52 रुपये और डीजल के दाम में 2.55 रुपये प्रति लीटर की कमी की है। इस तरह बिहार में पेट्रोल 5.02 रुपये और डीजल 5.05 रुपये सस्ता हो गया है।
बिहार सरकार ने पेट्रोल पर वैट को 26 फीसदी से घटा कर 22.20 फीसदी और हाई स्पीड डीजल पर वैट को 19 फीसदी से घटा कर 15 फीसदी कर दिया।
खबर है कि अधिकतर राज्य सरकारों ने पेट्रोल-डीजल के दाम में पांच रुपये प्रति लीटर की कमी का निर्णय लिया है जबकि बिहार की नीतीश सरकार ने पेट्रोल 5 रुपये 2 पैसे और डीजल 5 रुपये 5 पैसे सस्ता करने का ऐलान किया है।
शुक्रवार को दिन में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा कर दी थी कि बिहार में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटाई जाएंगी।
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने गुरुवार को पेट्रोल डीजल की कीमतों में 2.50 रुपए की कमी का निर्णय लेते हुए तमाम राज्य सरकारों से भी पेट्रोल डीजल की कीमतों में प्रति लीटर ढाई रुपये कटौती करने की अपील जारी की थी। गुरुवार को केंद्र सरकार की इस अपील पर भाजपा शासित राज्यों ने त्वरित कदम उठाते हुए कीमतों में कमी का एलान कर दिया।
उल्लेखनीय है बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन की सरकार है। यहां भी उपभोक्ताओं को पेट्रोल डीजल की कीमतों में राज्य सरकार की तरफ से राहत दी गयी। संकेत स्पष्ट है कि बिहार सरकार की ओर से भी मोदी सरकार के पदचिन्हों पर चल कर राज्य की जनता को राहत दी गयी। चुनावी वर्ष की आहट में इस प्रकार के लुभावने कदम की प्रबल उम्मीद थी जिसके संकेत अब मिलने लगे हैं।