नई दिल्ली : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी दो दिनों की यात्रा पर गुरुवार शाम भारत पहुंचे। आज दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में भारत और रूस के बीच बैठक हो रही है। हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच आधिकारिक द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो गई है। दोनों नेताओं के बीच रक्षा, अंतरिक्ष,ऊर्जा और व्यापार के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए कई अहम फैसले हो सकते हैं। इसके बाद दोनों देशों के बीच शिष्टमंडल स्तर की बातचीत होगी। राष्ट्रपति पुतिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य अधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे। उम्मीद है कि इस बैठक में करीब 20 समझौते होंगे जिनमें सबसे अहम वायु रक्षा प्रणाली एस-400 पर होने वाला समझौता है।
यह बैठक दोनों देशों के आपसी रिश्तों को और पुख्ता करेगी. इससे अमेरिका को भी ये संदेश जाएगा कि अब भारत दुनिया के विकसित मुल्कों के साथ बराबरी का व्यवहार करेगा।
दोनों देशों के बीच लंबी रणनीतिक साझेदारी के प्रतीक के रूप में भारत सरकार रूस को भारत में निर्मित मिग-21 गिफ्ट देगा। अमेरिका और इंग्लैंड ने जब भारत को सुपरसोनिक जेट विमानों को बेचने से इनकार कर दिया था तब रूसी मिग पहली बार 1960 के दशक में भारत की वायुसेना में शामिल किया गया था। तब से भारत के एचएएल ने इस विकसित किया।
रक्षा विशेषज्ञों मानते हैं कि भारत यदि ईरान के साथ तेल खरीदना जारी रखने का फैसला करता है और रूस के साथ वायु रक्षा प्रणाली एस 400 खरीदता है तो यह अमेरिका को चिढ़ाने वाला कदम होगा . स्थितियां भारत के पक्ष में है। भारत मौके का लाभ उठाने की स्थिति में है। यह हमारे शीर्ष नेताओं एवं कूटनीति पर निर्भर करता है कि अवसर का कितना लाभ उठा पाते हैं।