परमाणु ऊर्जा की बारीकियों से परिचय कराया

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द्रोणाचार्य गर्वमेंट काॅलेज में जागरूकता कार्यक्रम21-parmanu-2-a

गुरुग्राम : आज हमारा देश बिजली संकट से जूझ रहा है। देश की जनता को किस प्रकार से 24 धण्टे सस्ती बिजली उपलब्ध हो। इस उद्देश्य से न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन आॅफ इण्डिया द्वारा (भविष्य में ऊर्जा का नया विकल्प क्या हो) जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसी के तहत गुड़गांव स्थित द्रोणाचार्य गर्वमेंट काॅलेज में परमाणु ऊर्जा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन संदीप पाल द्वारा किया गया।

भारत के पास 2.30 लाख टन यूरेनियम

संदीप पाल ने कहा कि आजादी के इतने सालों बाद भी देश में 20 से 25 प्रतिशत लोगों को अपना जीवन अन्धकार में व्यतीत करना पड़ा रहा है। इसके चलते उक्त क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा सेवा खस्ताहाल है, उद्योग-धंधे प्रभावित हैं , लोग आर्थिक रूप से पिछडे़ हुये हैं । इतना ही नहीं दूसरे लोग उक्त गांव, कस्बों (जहां बिजली नहीं) में अपनी कन्या का विवाह करने से भी कतराते हैं। पिछले एक दशक में भारत में ऊर्जा की मांग में कई गुना ईजाफा हुआ है, और इसे पूरा करने में केन्द्र और राज्य सरकार दोनों नाकाम रहे है। भारत के पास अभी तक 2.30 लाख टन यूरेनियम है। हम इसे कैसे इस्तेमाल करें, यह महत्वपूर्ण है। सही से करेंगे तो 500 से 1000 हजार वर्ष तक कमी नहीं होगी।

कोयले और गैस के भंडार सीमित21-parmanu-3-a

श्री पाल ने कहा कि वर्तमान में पारंपरिक तरीके से ऊर्जा की आपूर्ति सम्भव नहीं है। देश में कोयले और गैस के भंडार सीमित हैं तथा जीवाश्म ईंधन प्रचलित बिजलीघरों से उत्पन्न होने वाली ग्रीन हाउस गैसों के प्रति विश्व की बढ़ती चिन्ताओं के कारण आने वाले समय में परमाणु ऊर्जा को प्रोत्साहित करना तथा प्रयोग में लाना अति आवश्यक है। साथ ही उन्होने कार्यक्रम में छात्रों को बिजली उत्पादन करने के नए तरीकों पर विचार करने की सलाह भी दी।

वर्तमान न्यूक्लियर विद्युत क्षमता 5780 मेगावाट

भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को दुनिया में सबसे आधुनिक तथा सुरक्षित श्रेणी में रखा जाता है, भारत का दीर्घकालीन परमाणु ऊर्जा विद्युत उत्पादन कार्यक्रम देश में उपलब्ध विशाल थोरियम भंडार पर आधारित है, तथा देश में परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को लगभग 50 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, देश की वर्तमान न्यूक्लियर विद्युत क्षमता 5780 मेगावाट है,। जिसे 2020 तक बढ़ाकर 13000 मेगावाट करने का लक्ष्य रखा गया है।

हमे भी परमाणु उर्जा का उपयोग करना चाहिए : डा. संगीता

द्रोणाचार्य गर्वमेंट काॅलेज कीे प्राचार्य डा. संगीता शर्मा ने कहा कि आज फ्रांस, रूस, चाईना, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका समेत विश्व के 31 देशों ने परमाणु ऊर्जा का बेहतर इस्तेमाल कर खूब तरक्की की है। ऐसे में हम और हमारा देश पीछे क्यो रहे। हमे भी इसका इस्तेमाल करना चाहिए। फ्रांस, जापान समेत विश्व के कई देशों में 90 प्रतिशत तक बिजली का उत्पादन परमाणु ऊर्जा से रहा है। जबकि हमारे में परमाणु ऊर्जा को लेकर दुस्प्रचार किया जा रहा है। जोकि कताई देश हित में नही है।

एनपीसीआईएल द्वारा समर्थित कार्यक्रम

यह देशव्यापी कार्यक्रम न्यूक्लियर पॉवर कार्पोरेशन आॅफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) द्वारा समर्थित है और इससे पहले यह कार्यक्रम हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश के कई जिलों में आयोजित किये जा चुके हैं। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समाज सेवी संस्था (साथी ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी) भी एनपीसीआईएल द्वारा निःशुल्क सहयोग किया जा रहा है।

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